योगी सरकार का फैसला, डिजिटल होगी प्रदेश की आठवीं आर्थिक गणना

सनातन धर्म के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं मारीच और सुबाहु: सीएम योगी  सनातन धर्म सुरक्षित है तो भारत सुरक्षित है: सीएम योगी  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी राम भद्राचार्य जी से की भेंट  सीएम योगी बोले- 38 करोड़ श्रद्धालुओं ने अब तक आस्था की डुबकी लगाई  मुख्यमंत्री ने शिविर में चल रहे 151 कुंडी अखंड भारत संकल्प महा यज्ञ में आहुति भी डाली  महाकुम्भ नगर, 04 फरवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ में सेक्टर 6 स्थित जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी राम भद्राचार्य जी के शिविर में पहुंचकर उनसे भेंट की। उन्होंने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए महाकुम्भ के विराट स्वरूप को संपूर्ण विश्व के लिए आस्था और सनातन धर्म का एक अद्वितीय प्रतीक बताया।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ लोग सनातन धर्म के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं। सनातन धर्म को लाखों संतों का सानिध्य प्राप्त है, उसे कोई मारीच और सुबाहु बाल भी बांका नहीं कर सकता।   इस दौरान मुख्यमंत्री ने शिविर में चल रहे 151 कुंडी अखंड भारत संकल्प महा यज्ञ में आहुति भी डाली।   सनातन धर्म विरोधियों को यह आयोजन रास नहीं आ रहा सीएम योगी ने कहा कि इस महाकुम्भ में अब तक 38 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान से आरंभ यह आयोजन 22 दिनों में दुनिया भर के श्रद्धालुओं के लिए सनातन धर्म की महिमा का भव्य दर्शन प्रस्तुत कर चुका है।मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें सनातन धर्म का यह विराट स्वरूप अच्छा नहीं लग रहा है। उन्होंने कहा, "यह वही लोग हैं, जो राम जन्मभूमि का विरोध करते रहे और कुम्भ जैसे आयोजनों पर भी सवाल उठाते रहे। ये वही लोग हैं, जो कोरोना महामारी के दौरान टेस्ट, ट्रीटमेंट और वैक्सीनेशन का भी विरोध कर रहे थे।"  रामलला के पुनः विराजमान होने से दुनिया अभिभूत मुख्यमंत्री ने 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के भव्य प्राण प्रतिष्ठा की चर्चा करते हुए कहा कि इस आयोजन ने पूरी दुनिया को सनातन धर्म के गौरवशाली इतिहास से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ और राम मंदिर का निर्माण सनातन संस्कृति की शक्ति का प्रतीक हैं। सीएम योगी ने कहा, "सनातन धर्म सुरक्षित है तो भारत सुरक्षित है और भारत सुरक्षित है तो मानवता सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के पूज्य संतों और आचार्यों की परंपरा पर संदेह करने का कोई स्थान नहीं है।  आयोजन को बदनाम करने वालों को सनातन धर्मावलंबी कभी माफ नहीं करेंगे मुख्यमंत्री ने बताया कि यह आयोजन 26 फरवरी, महाशिवरात्रि तक जारी रहेगा। अब तक तीन अमृत स्नान संपन्न हो चुके हैं, जिसमें सभी अखाड़ों और धर्माचार्यों ने त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने कहा कि इस आयोजन को बदनाम करने की कोशिश करने वालों को सनातन धर्मावलंबी कभी माफ नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सनातन धर्म विरोधी झूठे आंकड़े प्रस्तुत कर संसद तक को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "संसदीय लोकतंत्र में संसद सर्वोच्च होती है, उसे गुमराह करने का प्रयास कदापि स्वीकार्य नहीं होगा।"  सनातन धर्म को लेकर अफवाहों से सावधान रहें अंत में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सनातन धर्मावलंबियों से अपील की कि वे सनातन संस्कृति के खिलाफ रचे जा रहे षड्यंत्रों से सतर्क रहें और अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा कि असहमति हो सकती है, लेकिन संदेह का कोई स्थान नहीं है।  कार्यक्रम में राम भद्राचार्य ने सीएम को आश्वासन दिया कि महाकुम्भ का यह आयोजन सनातन का इतिहास बनेगा। उन्होंने सीएम को चित्रकूट आने के लिए आमंत्रित भी किया। कार्यक्रम में जगद्गुरु विष्णु स्वामी  संतोषचार्य सतुआ बाबा भी मौजूद थे।
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- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लिए कराने जा रहे आठवीं आर्थिक गणना 2025-26

- योगी सरकार ने सटीक आंकड़े जुटाने के लिए वेब बेस्ड मोबाइल एप्लिकेशन विकसित करने के दिए निर्देश 

- गणना के लिए 17 हजार गणनाकार और 6 हजार पर्यवेक्षक किये जाएंगे तैनात, महिलाएं भी होंगी शामिल   

लखनऊ, 4 फरवरी: योगी सरकार के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पिछले साढ़े सात वर्ष में न केवल कानून व्यवस्था और बुनियादी ढांचे के विकास में बढ़ा है, बल्कि आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। सीएम योगी द्वारा प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य सशक्त उदाहरण है। इसी क्रम में योगी सरकार ने प्रदेश में आठवीं आर्थिक गणना 2025-26 के जरिये प्रदेश के हर तबके तक विकास की रोशनी पहुंचाने का निर्णय लिया है। इसके सटीक आंकड़ों के माध्यम से लोगों का सामाजिक स्तर सुधारने के लिए विभिन्न योजनाएं बनायी जाएंगी, जिसका लाभ जरूरतमंद तक पहुंचाया जाएगा। 
 
17 हजार गणनाकार और 6 हजार पर्यवेक्षक किये जाएंगे तैनात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को आठवीं आर्थिक गणना 2025-26 की विस्तृत योजना तैयार करने के निर्देश दिये हैं, ताकि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सके। योगी सरकार आर्थिक गणना को केवल डाटा संग्रहण के रूप में नहीं देख रही है, बल्कि इसे ट्रांसफॉर्मेटिव टूल के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है। सीएम योगी के निर्देश पर यह गणना डिजिटल माध्यमों से की जाएगी, जिससे सटीक आंकड़े जुटाए जा सकें। इसके लिए एक वेब-बेस्ड मोबाइल एप्लिकेशन विकसित किया जा रहा है, जो वास्तविक समय में डेटा सत्यापन, निगरानी और विश्लेषण की सुविधा प्रदान करेगा। इससे योगी सरकार को प्रदेश के उद्यमों, स्वरोजगार से जुड़े व्यक्तियों, श्रमिकों और छोटे व्यापारियों की सही स्थिति का आंकलन करने में मदद मिलेगी, जिससे नीति निर्माण और योजनाओं में पारदर्शिता आएगी। आठवीं आर्थिक गणना के लिए लगभग 17,000 गणनाकारों और 6,000 पर्यवेक्षकों को तैनात किया जाएगा। इसके लिए सरकार स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें इस अभियान का हिस्सा बनाएगी। इससे जहां योगी सरकार को सटीक आर्थिक डेटा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर युवाओं को रोजगार और कौशल विकास का अवसर भी प्राप्त होगा।

छोटे उद्यमी और व्यापारियों को होगा बड़ा फायदा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आर्थिक गणना में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए महिला गणनाकारों की नियुक्ति का भी फैसला लिया है। योगी सरकार महिलाओं को डाटा संग्रहण, तकनीकी प्रशिक्षण और डिजिटल प्लेटफार्म पर काम करने की सुविधा प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। योगी सरकार के आर्थिक गणना से उत्तर प्रदेश के छोटे उद्यमी और व्यापारियों को भी आर्थिक पहचान मिलेगी। यह गणना प्रदेश के सूक्ष्म, लघु, मध्यम-उद्यम (एसएसएमई) को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का महत्वपूर्ण प्रयास है। योगी सरकार गणना से प्राप्त डेटा का उपयोग कर सही नीति निर्माण करेगी, जिससे छोटे उद्यमों को वित्तीय सहायता, नए बाजारों तक पहुंच, व्यापार प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग मिल सके। इससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के छोटे व्यापारियों को समान रूप से लाभ मिलेगा। यह गणना पूरी तरह से डिजिटल होगी, जिससे न केवल कार्यक्षमता बढ़ेगी, बल्कि डेटा संग्रहण की गति भी तेज होगी।

तैयार किया जा रहा मल्टी लेयर माॅनिटरिंग सिस्टम 
योगी सरकार द्वारा गणना के लिए मल्टी-लेयर मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार किया जा रहा है। इसमें जिलाधिकारी, जिला सांख्यिकी अधिकारी और आईटी एक्सपर्ट टीम शामिल होगी। आईटी एक्सपर्ट सिस्टम के जरिए डाटा की गुणवत्ता और सत्यता सुनिश्चित करेंगे। इससे गांव और शहर के बीच का आर्थिक अंतर कम होगा। गांवों में छोटे उद्यमों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे ग्रामीण युवाओं को रोजगार मिलेगा। शहरी क्षेत्रों में स्टार्टअप और एमएसएमई को सशक्त किया जाएगा, जिससे स्थानीय उत्पादन को बल मिलेगा। आर्थिक नीतियों को समावेशी दृष्टिकोण से तैयार किया जाएगा, जिससे हर नागरिक को लाभ मिल सके।

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