जगन्नाथ रथ यात्रा में कौन सी रस्म कब-कब जाएगी निभाई, शामिल होने से पहले यहां जाने पूरा शेड्यूल

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देश में आयोजित होने वाली प्रसिद्ध और पवित्र रथ यात्रा की बात होती है, तो कई लोग सबसे पहले जगन्नाथ रथ यात्रा की ही बात करते हैं। ओडिशा के पुरी शहर में आयोजित होने वाली इस प्रसिद्ध यात्रा में सिर्फ देशी ही नहीं, बल्कि विदेशी श्रद्धालु भी पहुंचते हैं। इस साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि यानी 27 जून को जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत होगी और जुलाई 5 को समापन होगा। इस बीच यात्रा के मध्य में ऐसी कई पवित्र और प्रसिद्ध रस्में होती हैं, जिसमें शामिल होना काफी शुभ माना जाता है। ऐसे में अगर आप भी जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होने वाली हैं, तो आइए जानते हैं कि यात्रा में कौन सी रस्म कब-कब जाएगी निभाई।

जगन्नाथ रथ यात्रा की प्रमुख तिथियां

वैसे तो जगन्नाथ रथ यात्रा 27 जून को निकलेगीहै, लेकिन इसकी शुरुआत 10 जून से ही हो जाएगी। आइए 10 जून से लेकर 5 जुलाई तक चलने वाली इस रथ यात्रा के बीच में होने वाली सभी रस्मों के बारे में जानते हैं।

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10 जून से 26 जून तक की रस्म
10 जून के इस दिन स्नान पूर्णिमा की राम निभाई गई थी। इसके बाद वो 15 दिनों के लिए बीमार हो गए हैं।
16 जून की रस्म: इस दिन अनासरी पंचमी रस्म मनाई गई, जिसमें भगवान के अंगों की आयुर्वेदिक तेलों से मालिश हुई। इस रस्म को कई लोग फुल्लरी तेल भी करते हैं।
20 जून की राम: 20 जून को अनासरी दशमी की रस्म मनाई गई, जिसमें भगवान रत्न सिंहासन पर विराजमान हुए थे।
21 जून की रस्म: 21 जून को भगवान जगन्नाथ जी के इलाज के लिए शरीर पर विएश औषधियां लगाई गई, जिसे खलि लागि कहते हैं।
25 जून की रस्म: इस दिन भगवान जगन्नाथ के साथ-साथ बलभद्र और सुभद्रा जी के विग्रह को सजाने की रस्म है।
26 जून की रस्म: 26 जून को भगवान नव यौवन दर्शन के दर्शन होंगे और रथ यात्रा के लिए भगवान से आज्ञा ली जाएगी।

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27 जून से 5 जुलाई तक की रस्म
27 जून के दिन भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा शुरू होगी। यह यात्रा गुंडिचा मंदिर के लिए प्रस्थान करेगी। यात्रा के पहले दिन छेरा पहरा रस्म होगी, जिसमें भक्त लोग रथों के चारों ओर सफाई करेंगे।
1 जुलाई के दिन जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान हेरा पंचमी की रस्म निभाई जाएगी।
4 जुलाई के दिन मुख्य मंदिर में वापसी की यात्रा है, जिसे कई लोग बहु़ड़ा कहते हैं।
5 जुलाई के दिन जगन्नाथ की मुख्य मंदिर में वापसी होगी। वापसी भव्य स्वागत द्वारा किया जाता है।
ओडिशा के पुरी शहर कैसे पहुंचें?

ओडिशा के पुरी शहर आप देश के किसी भी कोने से आसानी से पहुंच सकती हैं। पुरी शहर में आप हवाई मार्ग से लेकर ट्रेन और बस के द्वारा भी पहुंच सकती हैं। पुरी शहर के सबसे पास में भुवनेश्वर एयरपोर्ट है, जो करीब 60 किमी दूर है। एयरपोर्ट से टैक्सी या कैब लेकर पुरी शहर पहुंच सकती हैं।
अगर आप ट्रेन के द्वारा पुरी शहर पहुंचना चाहती हैं, तो देश के कई बड़े राज्य और शहरों से पुरी रेलवे स्टेशन के लिए नियमित ट्रेन चलती रहती है। जैसे-दिल्ली, पटना, मुंबई, कोलकता, लखनऊ से ट्रेन चलती रहती है।
इसके अलावा, पूरी शहर ओडिशा के लगभग हर बड़े शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। ओडिशा के भुवनेश्वर और कटक जैसे शहरों से पूरी के लिए रोडवेज बस चलती रहती है।

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