इन मसालों का घर है केरल का ये शहर, ट्री हाउस में रहने का शौक है तो जरूर जाएं
केरल, भारत का वो राज्य है जो कि अपने प्राकृतिक संपदा से अमीर है। इस राज्य के पास सिर्फ नदी और मसाले के बागान ही नहीं बल्कि कई खास वन्य जीव भी हैं। इसके अलावा जिन लोगों का मन शहरों मे रहकर थक चुका है उन्हें अपने आपको फ्रेश रखने के लिए केरल जाना चाहिए। आज हम केरल के एक ऐसे ही शहर के बारे में जानेंगे जो कि अपने ट्री हाउस रिसोर्ट के लिए काफी फेमस है। इस शहर का नाम है थेक्कडी। ज्यादातर लोग इस शहर को पेरियार टाइगर रिजर्व के नाम पर ज्यादा जानते हैं। लेकिन, यहां सिर्फ ये टाइगर रिजर्व ही नहीं कई घूमने फिरने वाली जगहें हैं।
थेक्कडी क्यों प्रसिद्ध है
थेक्कडी, दक्षिण भारतीय राज्य केरल के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक, थेक्कडी अपने सुंदर दृश्यों और समृद्ध जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। इसे पेरियार टाइगर रिजर्व के रूप में भी जाना जाता है। पर यहां अन्य वन्य जीवन और जानवरों, पक्षियों और पौधों की दुर्लभ प्रजातिया भी हैं जिनका ये घर है। यहां पंबा और पेरियार नदियां इस घने पार्क से होकर बहती हैं और वनस्पतियों और जीवों को पनपने में मदद करती हैं। इसलिए यहां हाथियों के अलावा, शेर की पूंछ वाला मकाक, सांभर हिरण, तेंदुआ, जंगली सूअर, मालाबार ग्रे हॉर्नबिल, व्हाइट-बेल्ड ब्लू फ्लाईकैचर, सनबर्ड, ग्रेट हॉर्नबिल, ब्लैक-नेकेड स्टॉर्क और नीलगिरी लकड़ी के कबूतर भी पाए जाते हैं।
दालचीनी, वेनिला और जायफल जैसे मसालों का घर
थेक्कडी में मसालों की खेती की जाती है। यहां इलायची, दालचीनी, काली मिर्च, सौंफ, लौंग, वेनिला और जायफल उगाए जाते हैं। आप यहां जाकर इन मसालों से बने व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं। आप यहां जाकर ट्री हाउस रिसोर्ट में रह सकते हैं।
थेक्कडी कैसे जाएं?
नई दिल्ली से आप थेक्कडी सीधे तो नहीं जा सकते हैं। क्योंकि बीच में कोई सीधी परिवहन मोड कनेक्टिविटी नहीं है। तो, सबसे सस्ता तरीका चेन्नई सेंट्रल तक ट्रेन है, फिर थेक्कडी तक बस है और 61 घंटे 30 मिनट लगते हैं। दूसरा, आप एयर टिकट के जरिए मदुरै हवाई अड्डा पहुंचे और फिर थेक्कडी के लिए कैब लें। यहां से 6 घंटे लगते हैं। तो, थेक्कडी जाएं और खुश रहें।
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