जून में भी नवंबर की तरह ठंडी रहती हैं ये जगहें, तपती गर्मी से छुटकारा पाने के लिए करें एक्सप्लोर

आज का तापमान 41 डिग्री है और आने वाले समय में भी पारा हाई होने की संभावना है। ऐसे में जब दिन-प्रतिदिन टेंपरेचर बढ़ता जाता है, तब मन बस यही सोचता है कि काश जल्दी से सर्दी आ जाए।जून का महीना आमतौर पर तपती धूप और उमस भरा होता है, लेकिन हमारे देश में ही ऐसी कई जगह हैं, जहां पर जून के महीने में ठंडी हवाओं का मजा लिया जा सकता है। ये जगहें प्रकृति की गोद में छिपे वे खूबसूरत नगीने हैं, जहां पहुंचते ही दिल और दिमाग दोनों को सुकून मिलता है। अगर आप दिल्ली की गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं, तो इन जगहों को अपनी लिस्ट में शेयर करें।
थांगू, सिक्किम
थांगू नॉर्थ सिक्किम की सबसे खूबसूरत घाटियों में से एक है। यह लाचेन से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक पीसफुल जगह है। थांगू घाटी अपनी बर्फीली सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, अक्टूबर से मार्च तक तो यह पूरी तरह से बर्फ से ढकी होती है, लेकिन जून में यहां पिघलती हुई बर्फ की ठंडक से मौसम खुशनुमा बना रहता है।बसंत और गर्मियों में यहां अल्पाइन के रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं, जो घाटी को बेहद खूबसूरत बना देते हैं। अगर आप हाइकिंग और ट्रैकिंग करना पसंद करते हैं, तो यह आपके लिए बेस्ट जगह हो सकती है। इसके आस-पास ग्रीन लेक और चोपता घाटी जैसी जगहें हैं, जहां ट्रैकिंग का आनंद लिया जा सकता है।जून में यहां का मौसम ठंडा रहता है, जिससे आप आराम से घूम सकते हैं। इस दौरान थांगू का तापमान 7-10 डिग्री रहता है। आप अगर घूमने जाएं, तो पहले वेदर फोरकास्ट पर नजर जरूर रखें।
कल्पा, हिमाचल प्रदेश
कल्पा हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित एक बेहद खूबसूरत गांव है। यहां से किन्नौर कैलाश पर्वत के शानदार दृश्यों को देखा जा सकता हैष। ऐसा माना जाता है कि 19वीं शताब्दी में ब्रिटिश गवर्नर जनरल लॉर्ड ने डलहौजी की यात्रा की थी फिर वह जब कल्पा आए, तो यहां की खूबसूरती को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए। बस तभी से कल्पा को प्रसिद्धि मिली थी।कल्पा का सबसे बड़ा आकर्षण किन्नर कैलाश की चोटी है। लोग यहां के दर्शन करने के साथ सूर्योदय और सूर्यास्त देखने आते हैं। कल्पा अपने सेब के बागानों के लिए भी जाना जाता है। हरे-भरे सेब के बागान और दूर-दूर तक फैले पहाड़ एक खूबसूरत नजारा दिखाते हैं।जून में भी कल्पा का मौसम ठंडा रहता है। दिन में धूप होती है लेकिन ऐसा तापमान रहता है कि आप आराम से घूम सकते हैं। रात में अक्सर ठंड बढ़ जाती है।
मुनस्यारी, उत्तराखंड
मुनस्यारी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित एक छोटा और खूबसूरत हिल स्टेशन है। इसे कुछ लोग 'छोटा कश्मीर' भी कहते हैं। मुनस्यारी का सबसे प्रमुख आकर्षण पंचचूली पर्वत श्रृंखला है, जिसकी पांच चोटियां दूर से ही दिखाई देती हैं। इन चोटियों पर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय की रोशनी देखने लायक होती है।यहां कई आकर्षक वॉटरफॉल हैं, जैसे बिरथी फाल्स और थमरी कुण्ड, जो पिकनिक और फोटोग्राफी के लिए बेहतरीन जगहें हैं। इतना ही नहीं, मुनस्यारी कई ट्रैकिंग और मॉउंटेरियन कैंपेन का बेस कैंप है। अगर आप अपने पार्टनर के साथ ट्रैकिंग का प्लान बना रहे हैं, तो यह जगह आपके लिए बढ़िया हो सकती है।
जून में मुनस्यारी का मौसम आरामदायक होता है। अगर आप इन दिनों यहां घूमने जाते हैं, तो ट्रेकिंग काम मजा लिया जा सकता है। हालांकि, वेदर का ध्यान रखें क्योंकि मिड वीक यहां बारिश शुरू हो जाती है।
लाचेन, सिक्किम
लाचेन भी नॉर्थ सिक्किम में स्थित सुंदर गांव है। आपको पता है यह जगह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, लकड़ी के घरों और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है।लाचेन मॉनेस्ट्री मेन अट्रैक्शन है, जो तिब्बती बौद्ध धर्म के निंगमा कम्यूनिटी से संबंधित है। लाचेन से लगभग 66 किलोमीटर दूर स्थित गुरुडोंगमार झील दुनिया की सबसे ऊंची झीलों में से एक है। इसका बर्फीला नीला पानी और चारों ओर के बर्फ से ढके पहाड़ एक अद्भुत नजारा प्रस्तुत करते हैं।जून में लाचेन में ठंडा रहता है। आपको दिन में भी शॉल वगैरह ओढ़ने की जरूरत महसूस हो सकती है। यह गुरुडोंगमार झील और अन्य आसपास के क्षेत्रों को एक्सप्लोर करने के लिए एक अच्छा समय है।अब वीकेंड में या छुट्टियां लेकर शिमला या मसूरी नहीं, बल्कि इन जगहों को एक्सप्लोर करें। यहां जाकर आपको सुकून जरूर मिलेगा।