रोमांच का बेहतरीन नजारा पेश करते हैं भारत के ये 10 ट्रेकिंग स्थल, जरूर बनाएं यहां घूमने का प्लान 

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घूमने का शौक हर किसी को होता हैं बस सभी की पसंद अलग हो सकती हैं। देखा जा रहा हैं कि आजकल युवाओं का रूझान ट्रैकिंग की तरफ बढ़ता ही जा रहा हैं। ट्रैकिंग भारत के सबसे लोकप्रिय साहसिक खेलों में से एक है जो रोमांच का अद्भुद अहसास करवाता हैं। भारत में मौजूद उंचे-उंचे पहाड़ देशी और विदेशी पर्यटकों के लिए एक से बढ़कर एक ट्रेक मार्ग की पेशकश करता है, जो किसी थ्रिलर से कम नहीं। आज इस कड़ी में हम आपको भारत के प्रमुख ट्रेकिंग स्थलों की जानकारी देने जा रहे हैं जो रोमांच का बेहतरीन नजारा पेश करते हैं। ट्रेकिंग में रोमांच के साथ प्राकृतिक खूबसूरती नजदीक से देखने को मिलती हैं। भारत के इन रोमांचक ट्रेक्स पर ट्रेकिंग करना आपके जीवन का यादगार अनुभव हो सकता है। आइये जानते हैं इन रोमांचकारी ट्रेक्स के बारे में...

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मारखा घाटी ट्रेक

मारखा घाटी लद्दाख क्षेत्र की सबसे बड़ी घाटियों में से एक है और यह घाटी इस क्षेत्र में सबसे लंबी पैदल यात्रा ट्रेल्स में से एक है। लद्दाख के सबसे प्रसिद्ध ट्रेकों में से एक, मारखा घाटी की ट्रेकिंग दूरदराज के पहाड़ी दर्रों, विचित्र मठवासी बस्तियों, और कांग यात्ज़ पीक के सिल्हूट में निमलिंग के हल्के अल्पाइन घास के मैदानों से गुजरती है। मारखा घाटी ट्रेक मार्ग में अधिकाँश गावों में आपको रुकने के लिए पैराशूट टेंट आवास मिलते है जहाँ आप ट्रेकिंग के दौरान रात रुक सकते हैं। ठंडी रेगिस्तानी घाटी की ट्रेकिंग में पर्यटकों को ज़ांस्कर और लद्दाख पर्वतमाला, कांग यात्ज़े और स्टोक कांगड़ी के मनोरम दृश्य देखने को मिलते है।

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वैली ऑफ़ फ्लावर्स

वैली ऑफ़ फ्लावर्स ट्रेक भारत के सबसे अच्छे ट्रेकिंग टूर में से है जो यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल है। इस क्षेत्र में 300 से अधिक प्रकार के अल्पाइन फूल हैं, इसके अलावा एक जैव विविधता भी है जो अपेक्षाकृत अछूती रही है। वैली ऑफ़ फ्लावर्स नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व का एक हिस्सा है, और इसके लिए ट्रेक घांघरिया से शुरू होता है। बता दे वैली ऑफ़ फ्लावर्स ट्रेक का सबसे अच्छा समय मानसून का समय है, क्योंकि मानसून के मौसम के दौरान, यह प्राचीन घाटी विभिन्न प्रकार के हजारों रंगीन और उच्च-ऊंचाई वाले हिमालयी फूलों से भर जाती है जिससे यह एक स्वर्ग जैसी प्रतीत होती है। यदि आप ट्रेकिंग करते हुए मनमोहनीय सुन्दरता में खोना चाहते है तो वैली ऑफ़ फ्लावर्स की ट्रेकिंग आपने लिए रोमांचक और यादगार अनुभव हो सकता है।

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टाल घाटी ट्रेक

अरुणाचल प्रदेश में स्थित टाल घाटी अपनी को भी ट्रैकिंग के लिए जाना जाता है। ये सबसे खतरनाक ट्रेक में से एक है। यहां दूर दूर से लोगों का ग्रुप ट्रैकिंग करने के लिए आता है। यहां आने वाला हर इंसान अपने साथ यादों का पिटारा लेकर वापस जाता हैं। आपको बता दे, यहां आपको चीड़, बांस, ऑर्किड और देवदार के पेड़ की सुंदरता देखने को मिलती है। ये अपने ट्रैकिंग के मजे को दुगुना कर देता हैं। यहां ट्रैकिंग करने के बाद ट्रेक के बीच में आप नदियों के पास पहुंचते हैं। जो बेहद रोमांच से भरा नजारा होता है।

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नंदा देवी ट्रेक

हिमाचल प्रदेश में मौजूद नंदा देवी ट्रेक भारत के सबसे प्रसिद्ध और थ्रिलर से भरपूर ट्रेक है। अगर आप ग्लेशियर के करीब ट्रेकिंग का अनुभव करना चाहते हैं, तो इससे बेहतरीन कोई जगह नहीं हो सकती है। लगभग 4 हज़ार मीटर से भी अधिक उंचाई पर ट्रेकिंग का अनुभव करना किसी थ्रिलर से कम नहीं। आपको बता दें कि नंदा देवी ट्रेक हिमालय पर्वत श्रृंखला का घर माना जाता है जो इसकी सबसे ऊंची चोटी है। यहां हर साल हजारों पर्वतारोहण ट्रेकिंग के लिए पहुंचते हैं।

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गौमुख तपोवन

यह लाजवाब ट्रेक आपको गंगा नदी के स्रोत गौमुख ग्लेशियर तक लेकर जाता है। इतना ही नहीं, यह ट्रेक आपको माउंट शिवलिंग के सबसे नजदीकी क्षेत्र तक पहुंचाता है, जहां आप पर्वत को आधार से चोटी तक पूरा देख सकते हैं। तपोवन से आप माउंट मेरू का भी खूबसूरत नजारा देख सकेंगे। ये जगह उत्तराखंड के गंगोत्री में स्थित है। गोमुख तपोवन ट्रेकिंग में आठ चोटियों शिवलिंग, चतुरंगी, मेरु पर्वत, भृगुपंत और सुदर्शन गंगोत्री ग्लेशियर के साथ शानदार दृश्य प्रस्तुत करने वाली कई अन्य चोटियाँ भी इस ट्रेक का आकर्षक हिस्सा हैं। ट्रेक के दौरान, आप हरे-भरे घास के मैदान में भी घूमते हुए गढ़वाल हिमालय की विशाल चोटियाँ के सुंदर दृश्यों को महसूस कर सकते हैं।

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पार्वती घाटी

पार्वती घाटी ट्रेक हिमालयी क्षेत्र में सबसे चुनौतीपूर्ण ट्रेक में से एक के रूप में माना जाता है, जो रोमांच की तलाश करने वालों के लिए एकदम सही है। यहाँ के चारों ओर के मनमोहक दृश्य आपको अपनी सुंदरता से मंत्रमुग्ध कर देंगे। पार्वती घाटी ट्रेक काफी लंबा और काफी हैरान कर देने वाला है लेकिन यह बेहद शानदार है। जैसे-जैसे ऊंचाई बढ़ती है, आसपास के घने जंगलों, हरे-भरे घास के मैदान और नदियाँ आपको अपने आकर्षण से मोहित कर देंगे। पार्वती घाटी ट्रेक, हिमालय पास ट्रेक के बाद सबसे ज्यादा पसंद किये जाने वाले ट्रेक में से एक है।

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आदि कैलाश

आदि कैलाश ट्रेक पर कई सारे लोग अपने परिवार के साथ जाने की इच्छा रखते हैं क्योंकि यह एक धार्मिक ट्रेक है लेकिन यह ट्रेक इतना आसान नहीं है इसलिए जो लोग एकदम स्वस्थ हैं और अनुभवी हैं, उन्हें ही इस ट्रेक पर जाने दिया जाता है। समुद्रतल से 6191 मीटर की ऊंचाई पर स्थित आदि कैलाश भारत देश के उत्तराखण्ड राज्य में तिब्बत सीमा के समीप है और देखने में यह कैलाश की प्रतिकृति ही लगता है। कैलाश मानसरोवर यात्रा की तरह ही आदि कैलाश यात्रा भी रोमांच और खूबसूरती से लबरेज है, इसमें भी 105 किमी की यात्रा पैदल करनी पड़ती है। ट्रेकिंग के दौरान अन्नपूर्णा, काली नदी, जंगलों और प्रसिद्ध नारायण आश्रम की शानदार पर्वत श्रृंखलाओं के एक से एक सजीव चित्र दिखाई देते हैं। काली मंदिर पर जाकर यह ट्रेक खत्म होता है। प्राकृतिक सुंदरता इस क्षेत्र में पूर्ण रूप से फैली हुई है। लोग यहाँ आकर आपार शांति का अनुभव करते हैं।

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नरसिम्हा पर्वत

कर्नाटक को अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। यहां सबसे ज्यादा लोग घूमने के लिए आते हैं। यहॉँ एक से एक चीजें घूमने के लिए लोगों को मिल जाती है। साथ ही एडवेंचर प्रेमियों के लिए ये जगह बेहद खास है क्योंकि यहां ट्रैकिंग करने के साथ लोग कई तरह के एडवेंचर का लुफ्त उठा सकते हैं। खास बात ये हैं कि नरसिम्हा पर्वत ट्रेक ट्रैकिंग के लिए सबसे खास माना जाता है ये भारत का सबसे खतरनाक ट्रेक में शामिल है।

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हम्प्टा दर्रा

जी हां, भारत के सबसे साहसिक ट्रेक में से एक है हम्प्टा दर्रा कुल्लू घाटी से शुरू होकर लाहौल और स्पीती घाटी के पास समाप्त होता है। यह ट्रेक लगभग 25 किलोमीटर के आसपास है। लगभग 4 हज़ार में भी अधिक मीटर की उंचाई पर मौजूद इस रोमांचक और थ्रिलर ट्रेकिंग के लिए लगभग 3 से 4 दिनों का समय लगता है। यदि आप ऊंचाई से नहीं डरते हैं, तो फिर इस ट्रेक से बेहतरीन कोई और नहीं। यह भारत के सबसे उंचे ट्रेक में से एक है।

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चादर

चादर ट्रैक लेह लद्दाख के सबसे कठिन और सबसे साहसिक ट्रेक में से एक है। इस ट्रैक को चादर ट्रैक इसलिए कहा जाता है क्योंकि जांस्कर नदी सर्दियों के दौरान नदी से बर्फ की सफेद चादर में बदल जाती है। चदर फ्रोजन रिवर ट्रेक दूसरे ट्रेकिंग वाली जगह से बिलकुल अलग है। चादर ट्रेक के माध्यम से आप ट्रांस जंस्कार पर्वतमाला में स्थित प्राचीन बौद्ध मठों और एकांत गांवों की यात्रा का आनंद ले सकते है।

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