Hanuman Jayanti 2023: भारत के इन मंदिरों में बजरंगी के दर्शन से दूर होते हैं सारे दुख
देशभर में हनुमान जी के कुछ ऐसे देवस्थल हैं जहां पर दर्शन मात्र से ही भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं। इन मंदिरों में देश-विदेश से लोग दर्शन के लिए आते हैं। आइए जानें भारत में स्थिति हनुमान जी के ऐसे ही कुछ विशेष मंदिरों के बारे में-
हनुमानगढ़ी, अयोध्या उत्तर प्रदेश
रामनगरी अयोध्या, जहां वर्तमान में राम मंदिर का निर्माण हो रहा हैं, यहीं पर स्थिति है राम भक्त हनुमान जी का प्रसिद्धि मंदिर हनुमानगढ़ी। पैराणिक कथाओं के अनुसार ये मंदिर प्रभु श्री राम ने, लंका वापसी के बाद अपने सबसे प्रिय भक्त हनुमान जी को दिया था। इस मंदिर में आज भी वह निशान रखे हैं जिन्हें लंका से, प्रभु राम की जीत के बाद लाया गया था। अयोध्या में राम दर्शन के साथ हनुमान जी के इस मंदिर में दर्शन किए बिना आपकी पूजा अधूरी मानी जाती है।
बड़े हनुमान जी, प्रयागराज उत्तर प्रदेश
इस मंदिर में हनुमान जी की 20 फीट लम्बी लेटी हुई मूर्ती रखी है। इस प्रतिमा के दर्शन के लिए रोजाना भारी संख्या में भक्तों का जमावड़ा लगता है। हनुमान जी के इस स्वरूप के दर्शन के बिना संगम स्नान अधूरा माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि बारिश के समय हनुमान जी जलमग्न हो जाते हैं। इस दौरान उन्हें किसी दूसरे स्थान पर ले जाया जाता है।
सालासर हनुमान मंदिर, राजस्थान
हनुमान जी का यह प्रसिद्ध मंदिर सालासर बालाजी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, इस मंदिर में स्थित हनुमान जी की प्रतिमा में दाढ़ी और मूंछे हैं जिसके कारण भी यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। धार्मिक मान्यता के अनुसार बालाजी के इस मंदिर में जो भी भक्त सच्ची श्रद्धा और साफ मन से अपनी मनोकामना लेकर आते हैं उन्हें सफलता प्राप्त होती है।
जाखू टेंपल, शिमला
प्राकृतिक सुंदरता के बीच स्थित ये हनुमान मंदिर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं के लिए एक प्रसिद्ध आस्था का केंद्र है। जाखू पर्वत की चोटी पर स्थित होने के कारण भी कई लोग इस मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार हनुमान जी जब भगवान लक्ष्मण के लिए संजीवनी बूटी लेने जा रहे थे तब उन्हें मार्ग में यह मंदिर दिखा जहां यक्ष ऋषि तपस्या कर रहे थे।
खम्मम हनुमान मंदिर, तेलंगाना
इस मंदिर में हनुमान जी के साथ उनकी पत्नी की भी प्रतिमा स्थापित है जिसके चलते यह बहुत प्रसिद्ध है। इस मंदिर में हनुमान जी के साथ उनकी पत्नी सुर्वचला की भी पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी माने जाते थे, ऐसे में उनके विवाह का राज कई भक्तों को इस मंदिर की ओर आकर्षित करता है।
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