चाय के साथ अपनी सुंदरता के लिए भी प्रसिद्द हैं दार्जिलिंग, जानें यहां के प्रसिद्द पर्यटन स्थल
भारत देश को पर्यटन के लिहाज से एक समृद्ध स्थल माना जाता हैं जहां एक से बढ़कर एक सुंदर जगहें हैं। इन्हीं जगहों में से एक हैं दार्जिलिंग जो पश्चिम बंगाल में स्थित है। हिमालय पर्वत श्रृंखला की तलहटी में बसे दार्जिलिंग को किसी पहचान की जरूरत नहीं है। समुद्र तल से 2134 मीटर की ऊँचाई पर स्थित दार्जिलिंग के जिलों की सीमाएं बांग्लादेश, भूटान और नेपाल जैसे देशों के साथ जुडी हुई हैं। यह शहर अपने विशाल चाय सम्पदा के लिए जाना जाने लगा जो देश में सबसे अच्छी चाय का उत्पादन करता है। लेकिन चाय के साथ ही इसे अपनी सुंदरता और पर्यटन के लिए भी जाना जाता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको दार्जिलिंग के प्रसिद्द पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में-
बतासिया लूप
बतासिया लूप दार्जिलिंग शहर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक सर्किल रेलवे हैं ।इसकी स्थापना 1995 में गोरखा सैनिकों की याद में दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे की ऊंचाई को कम करने के लिए बनाया गया था। यहां पर जाने पर यहां का दृश्य एवं यहां से कंचनजांघ की बर्फीली पहाड़ियों का दृश्य काफी मनमोहक एवं आकर्षक दिखता है। इन्हीं सभी कारणों के वजह से लोग जब भी दार्जिलिंग जाते हैं, तो बतासिया लूप को विजिट करते हैं। आप भी जब भी दार्जिलिंग घूमने जा रहे हो तो इसे विजिट जरूर करें।
सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान
समुद्र तल से लगभग 2134 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान पश्चिम बंगाल के उच्चतम क्षेत्रों में स्थित है। पार्क अपनी अद्भुत चोटियों और कम हिमालय के मनोरम दृश्यों के लिए जाना जाता है। राष्ट्रीय उद्यान एक ट्रेकर के स्वर्ग के रूप में प्रसिद्ध है, जिसमें पहाड़ी वनस्पति, जीव और पक्षी हैं। वन्यजीवों में लाल पांडा, काले भालू, तेंदुए, बाघ, बादल वाले तेंदुए, सीरो, तेंदुए बिल्ली, बार्किंग हिरण, पीले गले वाले मार्टेन, जंगली सूअर, पैंगोलिन और टैकिन जैसी दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियां शामिल हैं।
टाइगर हिल
माउंट एवरेस्ट, पूर्वी हिमालय, चाय बागान और कंचनजंगा के मनोरम दृश्यों के साथ सूर्योदय देखना कैसा रहेगा? टाइगर हिल में, आपको ये सब मिलता है वो भी बिल्कुल मुफ्त में। दार्जीलिंग से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ टाइगर हिल एक पर्वत शिखर है जो लोगो के बीच काफी पॉपुलर है। यह 2,590 मीटर (8,500 फीट) की ऊंचाई पर बसा है और माउंट एवरेस्ट और पूर्वी हिमालय के मनोरम दृश्यों के लिए जाना जाता है। इसमे कंचनजंगा की चोटियां भी शामिल हैं। जरा सोचिए की सुबह के मौसम में पहाड़ो की आबोहवा के बीच सूर्योदय को निहारना कितना लुभावना होगा। वैसे आप यहाँ ढलानों पर चाय की खेती भी देख सकते हैं। यहाँ जाने के लिए आपको सुबह जल्दी निकलना होगा ताकि सूर्योदय के ठीक पहले पहुँच पाएं।
रोपवे
दार्जिलिंग पर्यटन स्थल दुनिया भर में सबसे अधिक मनोरम हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता हैं। दार्जिलिंग में खूबसूरत भू-छाया वाले पर्वतों से लेकर शानदार चाय के साथ-साथ बरामदे की खूबसूरत वादियों का नजारा आपकी नजरो के सामने होता हैं और पर्यटक इसका लुत्फ़ उठाते हुए नजर आते हैं। रोपवे से घूमते हुए यहा के शानदार नाजारो को देखना बहुत सुखद होता हैं। आप जब भी दार्जिलिंग की यात्रा पर जाए तो रोपवे का आनंद लेना न भूले।
हैप्पी वैली टी एस्टेट
437 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला है, और समुद्र तल से 2,100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, हैप्पी वैली टी एस्टेट प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक हैदार्जिलिंग। यह स्थान भारत में सबसे अधिक सांस लेने वाले परिवेश के बीच स्थित है। यह दुनिया की सबसे ऊंची चाय फैक्ट्री में से एक है और इसकी स्थापना 1854 में एक अंग्रेज ने की थी और बाद में हुगली के एक भारतीय अभिजात वर्ग ने इसे अपने कब्जे में ले लिया था। हैप्पी वैली टी एस्टेट अपनी उच्च गुणवत्ता वाली चाय के लिए जाना जाता है, जो काली, हरी और सफेद चाय के साथ-साथ विशेष मिश्रण और स्वाद वाली चाय सहित कई प्रकार की चाय का उत्पादन करता है।
रॉक गार्डन
रॉक गार्डन दार्जिलिंग शहर से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यहां का एक मशहूर पर्यटन स्थल है। इसे पिकनिक स्थल के रूप में भी देखा जाता है। यह गार्डन प्रकृति प्रेमियों का सबसे फेवरेट जगहों में से एक हैं। इस गार्डन को पहाड़ों एवं चट्टानों को काटकर काफी ज्यादा खूबसूरत बनाया गया है। इस गार्डन की खूबसूरती को और ज्यादा अधिक बढ़ाने का काम यहां पर उपस्थित एक झरना करता है। इसलिए दार्जिलिंग टूर लिस्ट में इससे भी शामिल करना आप न भूलें।
घूम मोनेस्ट्री
यदि आप एकांत में कुछ समय बिताने के लिए एक शांत और निर्मल स्थान चाहते हैं, तो घूम मोनेस्ट्री आपके लिए आदर्श जगह है। बौद्ध संस्कृति से समृद्ध भवन पर की गई सुन्दर कलात्मकता आपको अवश्य आकर्षित करेगी। घूम मोनेस्ट्री एक तिब्बती बौद्ध मोनेस्ट्री है, जिसे यिगा चोइलिंग मोनेस्ट्री के रूप में भी जाना जाता है। यह 1875 में बनाया गया था और यह इस क्षेत्र के सबसे पुराने और सबसे महत्वपूर्ण तिब्बती बौद्ध मठों में से एक है। यहाँ मैत्रेय बुद्ध की 15 फुट ऊंची मूर्ति स्थापित है, जो रंगीन भित्तिचित्रों और भित्ति चित्रों के लिए जाना जाता है।
नाइटेंगल पार्क
नाइटेंगल पार्क दार्जिलिंग में मंत्रमुग्ध करने वाले हिल स्टेशन में स्थित है और नाइटेंगल पार्क को सार्वजनिक पार्क के रूप में भी जाना जाता हैं। पर्यटक यहां से कंचनजंघा पर्वतमाला के भव्य दृश्यों को देखने का अनुभव लेते हैं। नाइटेंगल पार्क को ब्रिटिश शासनकाल के दौरान सर थॉमस टार्टन के बंगले के एक निजी आंगन के रूप में ‘द श्रॉबरी’ के रूप में जाना जाता था। नाइटेंगल पार्क को नवीकरण करने के उद्देश्य से चार साल के लिए बंद कर दिया गया था और वर्ष 2011 में इसे पर्यटन के लिए फिर से खोल दिया गया हैं।
पदमाजा नायडू
पदमाजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क दार्जिलिंग में पशु-प्रेमियों के लिए बहुत ही खूबसूरत जगह है। यहां पर इस पार्क में आपको अलग-अलग प्रजाति के काफी अधिक मात्रा में जानवरों का संग्रहण देखने को मिलेगा जाएगा। इस पदमाजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क में दिखने वाले जानवरों की बात की जाए तो भौकने वाला हिरण, काले भालू, लाल पांडा, तेंदुआ, हिमालयन बुल्फ, बिल्ली, तीतर, हिमालय मोनाल, पाला मैकॉ आदि प्रमुख हैं।
संदकफू ट्रेक
दार्जिलिंग की प्रसिद्ध संदकफू ट्रेक पश्चिम बंगाल की सबसे ऊँची चोटी है और यहां पर ट्रेकिंग का आनंद लिया जा सकता हैं। सैंडकफू ट्रेक सिंगालीला नेशनल पार्क के बहुत करीब स्थित है। पश्चिम बंगाल की सबसे ऊँची चोटी संदकफू आपको दुनिया की पाँच सबसे ऊँची चोटियों में से चार का आकर्षित नजारा प्रस्तुत करती हैं। संदकफू ट्रेक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं।
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