महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के अलावा कहां जा सकते हैं स्नान के लिए, जानें

महाकुंभ खत्म होने में बस कुछ ही दिन बचे हैं। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ का समापन होगा, ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोग स्नान के लिए महाकुंभ पहुंच रहे हैं। अभी तक करोड़ों लोगों ने महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई है, लेकिन इसके बाद भी भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही। हाल ही, दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ और मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में हुई भगदड़ के बाद लोग डर गए हैं। कई लोग प्रयागराज जाना चाहते हैं, लेकिन भीड़ की वजह से उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें।
26 फरवरी तक के लिए प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर कोई ट्रेन भी नहीं रोकी जाएंगी। ऐसे में लोगों को महाकुंभ जाने में और भी परेशानी होने वाली है। क्योंकि, अब लोगों को प्रयागराज रेलवे स्टेशन से पहले पड़ने वाले स्टेशन पर उतरना होगा। वहां उतरने के बाद फिर से उन्हें बस या कैब जैसे साधन लेकर फिर से प्रयागराज आना होगा। ऐसे लोगों के लिए हमारे पास कुछ अच्छा तरीका है। आज के इस आर्टिकल में लोगों को कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताएंगे, जहां आप स्नान करने जा सकते हैं।
हरिद्वार
जो लोग महाकुंभ में स्नान करने नहीं जा पा रहे हैं या वह अपने माता-पिता को गंगा नदी में स्नान करवाना चाहते हैं, तो वह उनके साथ हरिद्वार जा सकते हैं। हर साल लाखों लोग हरिद्वार स्नान के लिए जाते हैं। हरिद्वार में गंगा जी बहती है। भले ही आप प्रयागराज में संगम तट पर स्नान नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन हरिद्वार में आपको गंगा जी में स्नान करने का मौका बिना किसी परेशानी के मिल जाएगा। इसलिए अपने परिवार वालों को समझाएं और गंगा जी में नहाने के लिए उन्हें किसी और जगह पर भेज सकते हैं।
काशी में मणिकर्णिका और दशाश्वमेध घाट
आप अपने परिवार और बच्चों के साथ मणिकर्णिका और दशाश्वमेध घाट भी जा सकते हैं। आपको यहां के घाटों पर भी भीड़ देखने को मिलेगी, लेकिन यह भीड़ प्रयागराज जैसी नहीं होगी। यहां पहुंचने के लिए आपको न ही लंबा चलना पड़ेगा और न ही आपको ट्रेन या बस में परेशान होगा। इसके साथ ही आपको भगदड़ जैसे हालात की भी चिंता नहीं होगी। इन दोनों जगहों पर गंगा नदी बहती है। इन घाटों पर स्नान करने को तीर्थ यात्रा कहा जाता है। आप 26 फरवरी तक इन घाटों पर भी स्नान करने का प्लान बना सकते हैं।महाकुंभ के लिए स्पेशल ट्रेनोंके चलाने के बाद भी भीड़ ज्यादा है, इसलिए लोग अन्य घाटों पर जा सकते हैं।