कलाप्रेमियों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं अजंता-एलोरा की गुफाएं
अगर आप भी हैं कलाप्रेमी और घूमने का बना रहे हैं प्लान तो महाराष्ट्र में बनी अजंता-एलोरा की गुफाओं की सैर पर जरूर जाएं। वैसे ये दोनों जगह अलग है लेकिन अपनी खासियत के कारण इनके नाम साथ में ही लिए जाते हैं। आज हम आपको महाराष्ट्र की इन फेमस गुफाओं से जुड़ी रोचक तथ्यों के बारे में बताएंगे। जिससे की अगर आप वहां घूमने का प्लान बना रहे या घूमने जा रहे हैं तो आपको घूमने में सहूलियत हो सकेगी।
अजंता गुफा
महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले में की ये 19वीं शताब्दी में खोजी हुई गुफाएं है, इनके आपसी दूरी सौ किलोमीटर की है। 19वीं सदी के पहले के लोग इस जगह से अंजान थे लेकिन 1819 में सैनिक और उनके ऑफिसर ने शिकार के दौरान इस गुफा की खोज की। ये पहला गुफा है जिसके अंदर 30 और गुफाएं हैं। अजंता गुफा के दीवारों पर ज़्यदा नक्काशी आपको बौद्ध धर्म से जुडी हुई ही देखने को मिलेंगी। गुफा के खोज होने पता चलता है की बड़े पहाड़ो को काटकर घोड़े की नाल के आकर में बनाया हुआ है। ये ऐतिहासिक के साथ ही डरावना भी है। आपको बता दें कि इस जगह के नज़ारे बेहद ही खूबसूरत है। अगर आप यहां जाते हैं तो यहाँ की खूबसूरती में गुम हो जायेंगे।
एलोरा गुफा
अजंता गुफा से सौ किलोमीटर की दूरी पर खोजा की हुई ये गुफा है, इसमें 34और गुफाएं देखने को मिलती है। जिसमें 34 मोनैस्ट्रीज के साथ मंदिर भी हैं। पहाड़ के किनारे पर करीब 2 किलोमीटर के हिस्से में फैली हुई इस गुफा में 12 गुफाएं बौद्ध धर्म, 17 हिंदू धर्म और 5 जैन धर्म पर बनी हुई हैं। यहां का फेमस बुद्धिस्ट केव भी है। जिसे विश्वकर्मा केव भी कहते हैं। ये जगह ऐतिहासिक कहानी का पिटारा है जिसके आस-पास पहाड़ी नज़ारे भी देखने को मिलते है। ऐसी जगह को न छोड़ें और फैमिली के साथ यहां का एक ट्रिप ज़रूर प्लान करें ।
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