जीभ पर चढ़ जाता है बासुंदी का जायका, लोगों के दिलों पर सालों से राज कर रही है यह मिठाई
बासुंदी एक स्वादिष्ट व्यंजन है। इसे मात्र 30 मिनट में तैयार किया जा सकता है। इसे हेल्दी बनाने के लिए नियमित चीनी की जगह शुगर फ्री का इस्तेमाल कर सकते हैं। बासुंदी, रबड़ी की जैसे होता है। ये किसी भी उत्सव के लिए एक लोकप्रिय ऑप्शन है। आम तौर पर बासुंदी को पूड़ी के साथ खाया जाता है। बासुंदी महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश व तेलंगाना में घर-घर में बनाई जाने वाली मिठाई है। गणेश चतुर्थी समारोह में यह भगवान को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद के रूप में प्रयोग में ली जाती है। बासुंदी इतनी लजीज होती है कि इसे खाकर पेट भले ही भर जाए, पर मन नहीं भरता।
सामग्री
फुल क्रीम दूध – 1 लीटर
चीनी - 3/4 कप
इलायची - 1/2 टेबल स्पू न
बादाम - 5-6
पिस्ता - 5-6
केसर - 3-4 धागे
विधि
बासुंदी बनाने के लिए सबसे पहले गैस पर मध्यम आंच पर नॉन-स्टिक पैन चढ़ाएं और इसमें दूध डालें व उबलने दें। जब तक दूध गरम हो रहा है तब तक बादाम और पिस्ता को बारीक-बारीक काट लें। गैस की आंच धीमी कर दूध की मात्रा आधी होने तक इसे उबालें। इसे कम से कम 1 घंटे तक उबालें और बीच-बीच मे चलाते रहें। अब इसमें चीनी डालें। धीमी आंच पर ही 25 मिनट तक पकाएं, जब तक कि दूध रबड़ी समान गाढ़ा ना हो जाए। दूध कोलगातार चलाते रहें ताकि वो जले नहीं। इसमें इलायची पाउडर डालें और फिर से धीमी आंच पर और कम से कम 20 मिनट तक पकाएं। अब इसमें कटा हुआ बादाम और पिस्ता डालें और केसर से सजाएं। तैयार है बासुंदी। इसे थोड़ी ठंडी होने दें। जब ये ठंडी हो जाए तो इसे सर्व करें।
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