महिलाओं को अपनी गिरफ्त में तेजी से लेते हैं ये 5 कैंसर, आज ही पहचानें लक्षण

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दुनियाभर में होने वाली कुल मौतों में दूसरा सबसे बड़ा कारण कैंसर है। देश में कैंसर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। कैंसर के कई प्रकार होते हैं, इनमें कुछ बेहद घातक होते हैं। वेब एमडी की एक रिपोर्ट के अनुसार पुरुषों में कैंसर का खतरा महिलाओं की तुलना में ज्यादा होता है। ऐसे में कुछ कैंसर होते हैं जो महिलाओं और पुरुषों में तेजी से बढ़ते हैं। आज इस लेख में हम आपको उनके बारे में बताएंगे -

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क्या होता है कैंसर
हमारा शरीर खरबों कोशिकाओं से बना होता है, स्वस्थ कोशिकाएं शरीर की आवश्यकताओं के अनुसार बढ़ती और विभाजित होती हैं। कैंसर तब होता है, जब शरीर में कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने और विभाजित होने लगती हैं। स्वस्थ कोशिकाएं शरीर की आवश्यकताओं के अनुसार बढ़ती और विभाजित होती हैं। कोशिकाओं की उम्र जैसे-जैसे बढ़ती या क्षतिग्रस्त होती है, ये कोशिकाएं मर भी जाती हैं। कैंसर होने पर कोशिकाएं अपना काम करना बंद कर देती हैं। पुरानी या क्षतिग्रस्त कोशिकाएं जिंदा रह जाती हैं, जिसके चलते ये जरूरत नहीं होने के बावजूद भी नई कोशिकाओं का निर्माण करती हैं। ये ही अतिरिक्त कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होती हैं, जिसके परिणामस्वरूप ट्यूमर होता है। ये असामान्य और क्षतिग्रस्त कैंसर कोशिकाएं शरीर के दूसरे भागों में पहुंचकर नए घातक व मैलिग्नेंट ट्यूमर बनाने लगती हैं। महिलाओं में होने वाले 5 प्रमुख कैंसर-

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ब्रेस्ट कैंसर

ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला आम कैंसर है।आंकड़े उठाकर देखे तो ये शहरी महिलाओं में ज्यादा और गांव की महिलाओं में कम देखा जाता है। ये कैंसर ब्रेस्ट की कोशिकाओं में होता है। इसका मुख्य लक्षण ब्रेस्ट में गांठ पड़ना होता है। 

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सर्वाइकल कैंसर

इंडियन काउंसिल फॉर सर्वाइकल रिसर्च की एक रिपोर्ट में एक चौंकाने वाली बात सामने आई थी। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि सर्वाइकल कैंसर से भारत में वर्ष 2015 के दौरान क़रीब 63 हजार महिलाओं की मृत्यु हुई थी। ये कैंसर कर्विक्स की कोशिकाओं के फैलने पर होता है। इसके ज्यादातर केस कैंसर ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) के कारण देखे गए हैं। ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) कई वायरस का समूह होता है, जो गर्भाशय ग्रीवा को संक्रमित करता है। यह कैंसर गर्भाशय ग्रीवा से शुरू होता है, जो गर्भाशय का सबसे निचला हिस्सा है, फिर ये दूसरे हिस्सों में फैलने लगता है। 

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कोलोरेक्टल कैंसर

कोलोरेक्टल कैंसर भी महिलाओं में होने वाले ऐम कैंसरों में से एक है। ज्यादातर केसेस में देखा गया है कि इसकी शुरुआत कोशिकाओं के नॉन कैंसरस ट्यूमर के रूप में होती है। ये बड़ी आंत को प्रभावित करता है। पेट में हो सकती है दर्द और ऐठन यह कोलोरेक्टल कैंसर का सबसे प्रमुख लक्षण है। चार हफ्ते से अधिक समय तक मल में बदलाव भी इसके लक्षण हो सकते हैं, इन्हें नजरअंदाज न करें। 

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ओवेरियन कैंसर

आमतौर पर ये कैंसर आख़िरी स्टेज तीन या चार में पता चल पाता है, जिसके कारण इस ‘साइलेंट कैंसर’ भी कहा जाता है। महिलाओं में सबसे अधिक होने वाले कैंसर में ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर के बाद तीसरे नंबर पर ओवेरियन कैंसर है। यह कैंसर होने पर अंडाशय में छोटे-छोटे सिस्ट बन जाते हैं। इसमें पेल्विस (पेडू) या पेट के निचले हिस्से में दर्द, अपच, बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है। 

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फेफड़ों का कैंसर

फेफड़ों का कैंसर के चलते हर साल कई लोगों की जान चली जाती है। ये महिलाओं की समय से पहले मौत होने का एक बड़ा कारण है। इस कैंसर की शुरुआत को ‘प्राइमरी लंग कैंसर’ कहते हैं। बलगम में खून और छाती में दर्द जैसी समस्याएं भी इसमें देखने को मिलती हैं। 

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