बच्चेदानी में सूजन के पीछे हो सकते हैं ये 3 कारण, एक को भी न करें नजरअंदाज
कई बार महिलाएं बच्चेदानी में सूजन की समस्या से गुजरती हैं। लेकिन, सबसे बड़ी दिक्कत ये होती है कि इसकी शुरुआत जिन लक्षणों के साथ होती है वो उन्हें इतने आम लगते हैं कि बीमारी की पहचान में लंबा समय बीत जाता है। जैसे कि पेल्विक हिस्से में सूजन और दर्द, पेशाब से जुड़ी समस्या, प्रजनन से जुड़ी समस्या और पेट के निचले में हिस्से में भारीपन। ये सभी बच्चेदानी से जुड़ी समस्या के संकेत हो सकते हैं। इसलिए इस सबको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। लेकिन, आज हम बात लक्षणों की नहीं कारमों की करेंगे। तो, जानते हैं ये समस्या क्यों और कैसे होती है।
गर्भाशय में फाइब्रॉएड
गर्भाशय फाइब्रॉएड गर्भाशय की मांसपेशियों की दीवार के सामान्य गैर-कैंसरयुक्त ट्यूमर हैं, जो 50 वर्ष की आयु तक 10 में से 8 महिलाओं को प्रभावित करते हैं। ये अक्सर 30 से अधिक उम्र की महिलाओं को प्रभावित करते हैं, और गोरे लोगों की तुलना में काले लोगों में अधिक आम हैं। अगर आपका वजन अधिक है या आप मोटापे से ग्रस्त हैं, तो आपको फाइब्रॉएड का खतरा अधिक है। इसकी वजह से बच्चेदानी में सूजन हो सकती है। ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
एडेनोमायोसिस
एडेनोमायोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें टिशूज सामान्य रूप से गर्भाशय (एंडोमेट्रियम) की लाइनिंग पर बढ़ने लगते हैं। गर्भाशय की मांसपेशियां मोटी हो जाती है। इससे गर्भाशय का व्यापक रूप से मोटा होना शुरू हो जाता है। जब यह केवल एक छोटे से क्षेत्र को प्रभावित करता है, तो इसे एडेनोमायोमा कहा जाता है। यह उन लोगों में अधिक आम है जिनकी गर्भाशय की सर्जरी हुई हो, जिसमें सिजेरियन सेक्शन भी शामिल है। इसके अलावा जन्म नियंत्रण की गोलियां या आईयूडी लगवाना इसका कारण बन सकता है। ऐसे में सही समय पर इलाज न करवाने पर महिलाओं को हिस्टेरेक्टॉमी की जरूरत पड़ सकती है।
प्रजनन अंगों से जुड़ा कैंसर
गर्भाशय (uterus), एंडोमेट्रियम (endometrium) और गर्भाशय ग्रीवा (cervix) के कैंसर सभी ट्यूमर पैदा कर सकते हैं। ट्यूमर के आकार के आधार पर, आपका गर्भाशय सूज सकता है। ऐसे में पीरियड्स से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं। पेशाब करते समय दर्द होना और ये प्लविक हिस्से में रहना इसका संकेत हो सकता है। इसलिए इन कारणों को नजरअंदाज न करें और डॉक्टर को दिखाएं।
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