डेंगू और मलेरिया के मच्छरों से करें अपना बचाव, अपनाएं स्वामी रामदेव के ये देसी उपाय

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आज से करोड़ो साल पहले दुनिया पर डायनासोर्स का राज था। आप जानते हैं उनका अंत कैसे हुआ एक उल्का पिंड धरती से टकराया, इसने 10 अरब परमाणु बम के बराबर की ताकत से पृथ्वी को टक्कर मारी थी और फिर ऐसी प्रलय आई कि डायनासोर का वजूद ही खत्म हो गया। हैरत की बात तो ये है कि उस भयानक हादसे से इतने विशालकाय डायनासोर तो खत्म हो गए। लेकिन सिर्फ आधा इंच के मच्छर बच गए। ये मच्छर इतने खतरनाक हैं कि धरती पर पिछले 2 लाख साल में रहने वाले 10 हज़ार 800 करोड़ लोगों में से 5 हज़ार करोड़ लोगों की जान इन्हीं मच्छरों ने ली है। ये बुखार जान तो ले ही रहा है प्लेटलेट्स गिरने और बीपी लो होने से लोगों का ब्रेन भी डेड हो रहा हैं। और तो और जो लोग रिकवर हो रहे हैं उनको भी हफ्तों, हाथ-पैर में भयंकर दर्द, सांस की दिक्कत, जोड़ो की परेशानी झेलनी पड़ रही है। डॉक्टर्स इन्हें पोस्ट डेंगू इफेक्ट बता रहे हैं। वैसे भी कोविड के बाद हर बीमारी पहले से ज्यादा डेडली हो गयी है। 

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 इसमें एक मुश्किल ये भी आ रही है कि डेंगू और कोरोना के लक्षण एक जैसे हैं तो, लोगों के लिए समझ पाना मुश्किल हो रहा है कि उन्हें क्या बीमारी है और डेंगू अकेला नहीं बल्कि मलेरिया और चिकनगुनिया भी लोगों के लिए आफत बन रहे हैं। इन हाईग्रेड फीवर के साथ साथ इस मौसम में वायरल इंफेक्शन के मरीज़ भी बड़ी तादाद में अस्पताल पहुंच रहे हैं उनमें भी गले में दर्द-खराश की शिकायत करने वाले पेशेंट्स की गिनती ज़्यादा है। बदलते मौसम में वायरल तो अटैक करता ही है और मौसम का बदलना भी ज़रूरी है लेकिन ज़रूरी ये भी है कि ऐसा योगिक कवच बनाया जाए कि डेंगू क्या, वायरल क्या कोई भी बीमारी उसे भेद ना पाए।

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डेंगू में सावधानी
घर में पानी ना जमा होने दें
खिड़कियों पर जाली लगाएं
पूरी बाजू के कपड़े पहनें
मच्छरदानी लगाएं

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डेंगू और चिकनगुनिया में आज़माएं
लौकी के जूस में शहद मिलाकर पीएं
नाश्ते में अनार अंजीर लें

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प्लेटलेट्स बढ़ाएं 
व्हीटग्रास का जूस पीएं
एलोवेरा का जूस पीएं
गिलोय का जूस पीएं
पपीते के पत्ते का जूस पीएं

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