Navel Slip: क्या होता है नाभि खिसकना? जानें लक्षण, बचाव और उपचार के तरीके
नाभि खिसकना, नाभि गिरना या धरण गिरना के बारे में ज्यादातर लोगों ने सुना होगा। आयुर्वेद में नाभि को बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। क्योंकि नाभि वह स्थान है, जो व्यक्ति को तबसे पोषण देने का काम करती है, जब बच्चा सिर्फ एक भ्रूण के रूप में मां के गर्भ में होता है। हालांकि अंग्रेजी चिकित्सा पद्धिति यानी एलोपेथी में इसे कोई समस्या नहीं माना जाता है। इसलिए हो सकता है कि जब आप किसी ऐलोपेथ के डॉक्टर से इस विषय में बात करें तो ये आपकी बात गंभीरता से ना लेते हुए अपने दूसरे तरीकों से आपका इलाज करें। लेकिन आप घरेलू तरीकों से अपनी इस समस्या का समाधान करना चाहते हैं तो यहां बताए जा रहे आसान तरीके आपके बहुत काम आएंगे-
नाभि खिसकना क्या होता है?
आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अनुसार, जिस प्रकार रीढ़ की हड्डी या शरीर के अन्य किसी भाग की हड्डी अपनी जगह से खिसक जाती है या टेढ़ी हो जाती है, ठीक इसी तरह नाभि और पेट की मांसपेशियां भी खिसक जाती है। जब नाभि अपनी जगह से हट जाती है या धरण गिर जाती है तो इस तरह की समस्याएं होती हैं-
पेट दर्द
पेट में मरोड़ आना
खाना खाने के बाद समस्या होना
नीचे झुकने में समस्या होना
कब्ज होना
उल्टी की समस्या होना
मितली आना
पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द होना
घबराहट होना
क्यों होती है नाभि खिसकने की समस्या?
नाभि खिसकने की समस्या बच्चों और बड़ों किसी में भी हो सकती है। बच्चों में यह समस्या ज्यादा ऊंचाई से कूदने, बहुत तेज दौड़ते हुए ठोकर या झटके के कारण गिरने से हो सकती है। बड़े लोगों में यह समस्या आमतौर पर बहुत अधिक वजन उठाने या बिना प्रैक्टिस के बहुत देर तक झुककर काम करने से हो सकती है। मेंटल हेल्थ इश्यूज के चलते भी यह समस्या हो सकती है। सेक्शुअली इटिमेट होने के दौरान भी नाभि खिसकने की समस्या हो जाती है।
नाभि खिसकने का कैसे पता करें?
आपकी नाभि खिसकी है या नहीं इसे आप यहां बताए गए लक्षणों के आधार पर भी पहचान सकते हैं लेकिन कई बार लक्षणों के कारण कंफ्यूजन हो सकता है। इसलिए आप यहां बताए गए तरीकों से पता लगा सकते हैं कि आपकी नाभि अपने स्थान पर है या नहीं-
नाभि से पैर के अंगूठे की दूरी नापना
आप धरती पर पीठ के बल लेट जाएं। अब किसी परिजन की सहायता से एक धागा लेकर इससे अपनी नाभि और पैर के अंगूठे के बीच की दूरी को नापें। आपको धागे का एक सिरा नाभि पर रखना है और दूसरा सिरा पैर के अंगूठे पर। यदि दोनों अंगूठों की दूरी नाभि से एक समान नहीं है तो आपकी नाभि खिसक गई है।
नाभि की धड़कन चैक करना
जब आपकी नाभि अपनी जगह पर होती है तो आपको नाभि छूते समय किसी तरह की धड़कन महसूस नहीं होती है। लेकिन जब आपकी नाभि अपने स्थान से हट जाती है तो पेट में भी इसी तरह से धड़कन महसूस होती है, जैसे दिल धड़क रहा हो। इसे चेक करने के लिए आप पीठ के बल धरती पर सीधे लेट जाएं और फिर अपनी नाभि पर हाथ का अंगूठा रखें। यदि आपकी नाभि खिसकी हुई होगी तो जिस तरफ खिसकी होगी, उधर की तरफ आपको धड़कनें महसूस होंगी।
नाभि खिसकने के घरेलू उपाय
नाभि को अपनी जगह पर सेट करने के लिए बेहतर होगा कि आप किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें। आप किसी मसाज एक्सपर्ट से अपनी मालिश करा सकते हैं, जिसे नाभि सेट करने का अनुभव हो। घर में धनुरासन, शशकासन, मार्जरी आसन और वज्रासन कर सकते हैं। ये सभी आसान योगासन हैं और नाभि को इसकी जगह पर लाने में सहायक हैं।
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