केमिकल वाली लौकी और तोरई की पहचान कैसे करें? ये 5 तरीके आएंगे काम

भारतीय घरों में लंच से लेकर डिनर सब्जी खूब पसंद की जाती है. सब्जियां पोष्टित होती हैं और हमारे शरीर को फायदे देती हैं. लेकिन अगर वही सब्ज़ियां केमिकल से भरी हों, तो सेहत को फायदा नहीं, बल्कि नुकसान पहुंता सकती हैं. गर्मियों के मौसम में लौकी और तोरई दो ऐसी सब्जियां हैं जो काफी ज्यादा पाई जाती हैं. ये खाने में लाइट होती हैं और सेहत के लिए भी फायदेमंद होती हैं.
ज्यादा चमकदार या चिकनी स्किन से रहें सावधान
अगर लौकी या तोरई असामान्य रूप से ज्यादा चमकदार, चिकनी या प्लास्टिक जैसी लग रही हो, तो उसमें केमिकल पॉलिश की गई हो सकती है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक है. जब भी लौकी या तोरई खरीदें तो उसकी त्वचा पर खास ध्यान दें. नेचुरल ताजी सब्जी थोड़ी मटमैली, हल्के दाग-धब्बों वाली हो सकती है.
हाथ लगाने पर चिपचिपाहट या गंध
अगर लौकी और तोरई को छूने पर हल्की चिपचिपाहट महसूस हो रही हो या केमिकल जैसी गंध आ रही हो तो हो सकता है ये केमिकस से पकाई गई है. ऐसे में हमेशा तोरई और लौकी खरीदते समय उन्हें छूकर और सूंघ कर जरूर देखें.
बहुत लंबे समय तक फ्रेश दिखना
अगर लौकी या तोरई कई दिनों तक बिना गले या मुरझाए ताजी जैसी दिख रही हैं तो उसमें प्रिजर्वेटिव्स या केमिकल का इस्तेमाल किया हो सकता है. क्योंकि नेचुरल पकी लौकी और तोरई 1-2 दिन के बाद हल्की सी मुरझाने लगती हैं.
छीलने पर रंग में फर्क
जब आप लौकी या तोरई को छीलते हैं, तो देखें कि अंदर और बाहर के रंग में बड़ा फर्क तो नहीं है. अगर बाहरी हिस्सा बहुत हरा है लेकिन अंदर हल्का सफेद और स्पंज जैसा, तो यह संकेत हो सकता है कि बाहर पर केमिकल छिड़का गया है.
पानी में भिगोने पर रंग छोड़ना
लौकी और तोरई को धोने से पहले 5-10 मिनट के लिए साफ पानी में भिगो कर रखें. अगर पानी में हल्का रंग घुल जाए या ऊपर तेल जैसी परत दिखे, तो यह संकेत है कि सब्जी पर केमिकल लेयर है.