क्या आप भी बच्चे को रोजाना डायपर पहनाते हैं? जान लें नुकसान
न्यू बॉर्न बेबी की देखभाल करना काफी मुश्किल होता है। नवजात की जरूरत क्या होती है वह सिर्फ एक मां ही समझ पाती है। उन्हें कभी भी भूख लग सकती है, कभी भी पेशाब करते हैं। ऐसे में रात के वक्त किसी तरह की असुविधा ना हो इसलिए कई पेरेंट्स बच्चे को रात में डायपर पहनाकर रखते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो परेशान से बचने के लिए हर रोज,हर वक्त डायपर ही पहना कर रखते हैं। ऐसा करने से कपड़े गंदे होने से तो बच जाते हैं लेकिन बच्चे की सेहत पर जरूर असर पड़ सकता है। आइये जानते हैं बच्चों को रोजाना डायपर पहनाने के क्या क्या नुकसान हो सकते हैं।
नवजात बच्चों को रोजाना डायपर पहनाने के नुकसान
एक्सपर्ट का मानना है कि बच्चे को हर रोज 24 घंटे डायपर पहन कर रखना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। पहली बात यह कि नवजात बच्चे बोल नहीं पाते हैं, ऐसे में उन्हें आसुविधा भी होती है तो माता पिता को समझना मुश्किल होगा, इससे समस्या बढ़ सकती है।
बच्चों को डायपर पहन कर रखने से त्वचा पर नमी बनी रह सकती है, इसके कारण स्किन इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। अगर आपको कहीं बाहर जाना हो तभी बच्चे को डायपर पहनाएं।
बच्चों की त्वचा बहुत ही नाजुक होती है और डायपर में सिंथेटिक फाइबर रंग या कुछ हार्श केमिकल उत्पादों का इस्तेमाल होता है। यह सभी कठोर रसायन बच्चों की संवेदनशील त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
डायपर के कारण यूरिनरी या फंगल इंफेक्शन हो सकता है। इसके कारण उसकी इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। वह संक्रमणों के लिए संवेदनशील हो सकते हैं।
हर वक्त डायपर पहना कर रखने से डायपर रैश हो सकता है जिसके कारण त्वचा में जलन हो सकती है।
शिशु को हर वक्त डायपर पहना कर रखने से उसे नेचुरल तरीके से पेशाब करने की आदत विकसित करने में समस्या हो सकती है। इसके अलावा शिशु की त्वचा सांस नहीं ले पाती है, त्वचा की नेचुरल ऑयल और नमी कम हो सकती है। आगे चलकर यह क्रोनिक डिजीज का कारण बन सकता है।