इस विटामिन की कमी से हो सकता है अर्थराइटिस, समय पर हो जाएं सतर्क
बढ़ती उम्र के साथ कई परेशानियां गले पड़ जाती हैं, इन्हीं में से एक है गठिया। गठिया हड्डियों में घर कर जाने वाली गंभीर बीमारियों में से एक है। गठिया रोग को आर्थराइटिस के नाम से भी जाना जाता है। गठिया एक ऐसी बीमारी है, जिसमें जोड़ों में सूजन, कठोरता और दर्द का मिला जुला अनुभव व्यक्ति को परेशान करता है। गठिया होने के पीछे का कारण शरीर में कुछ विटामिंस की कमी और इम्यून सिस्टम का शरीर के खिलाफ काम करना हो सकता है।
इन विटामिंस की कमी से हो सकता है गठिया-
विटामिन डी
विटामिन डी शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है। खासकर हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए विटामिन डी का पर्याप्त स्तर जरूरी होता है। विटामिन डी हमारे जोड़ों में दर्द और सूजन को कम करने में अहम भूमिका निभाता है। विटामिन डी को धूप के माध्यम से लिया जा सकता है, साथ ही कुछ खाद्य पदार्थों से भी आप इसे ले सकते हैं।
विटामिन ई
विटामिन ई भी हमारी शरीर की हड्डियों के लिए बेहद जरूरी होता है। इसकी कमी से आप गठिया की चपेट में आ सकते हैं। इस विटामिन में सूजनरोधी गुण होते हैं और यह गठिया से संबंधित दर्द से राहत दे सकता है। मेवे, बीज और पालक विटामिन ई के अच्छे स्रोत माने जाते हैं।
विटामिन सी
इस बात से तो लगभग हर कोई वाकिफ है कि विटामिन सी हड्डियों को मजबूत बनाता है। ऐसे में विटामिन सी कमी से आपको गठिया की शिकायत हो सकती है। विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट है जो जोड़ों के ऊतकों को सूजन से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है। खट्टे फलों से आप विटामिन सी की कमी को पूरा कर सकते हैं।
कैल्शियम
कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। बच्चों को बचपन से ही पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम देना चाहिए। डेयरी उत्पाद, पत्तेदार सब्जियां और मोटे खाद्य पदार्थ कैल्शियम के समृद्ध स्रोत हैं।
खराब मेटाबोलिज्म
खराब मेटाबोलिज्म भी गठिया के मुख्य कारणों में से एक हो सकता है। लंबे समय तक मेटाबोलिज्म प्रभावित होने पर यह गठिया की समस्या को ट्रिगर करता है।
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