बच्चों के दूध के दांत निकलने पर अपनाएं ये 5 आसान तरीके, दर्द से मिलेगी राहत
अमूमन छोटे बच्चों को देखभाल की काफी ज्यादा जरूरत पड़ती है। वहीं छोटे बच्चों के दांत निकलने पर उनकी खास देखभाल करने की जरूरत पड़ती है। आमतौर पर 6 से 9 महीने के बच्चों के दूध के दांत निकलना शुरू हो जाते हैं। जब छोटे बच्चों के दूध के दांत निकल रहे होते हैं तो बच्चे के साथ ही पैरेंट्स को भी खासी परेशानी होती है। दूध के दांत निकलने के दौरान बच्चों के मसूढ़े में सूजन, दर्द और जलन की समस्या होती हैं। वहीं इस दौरान उन्हें तेज बुखार, दस्त, उल्टी और कब्ज भी होती है। बच्चे को दर्द से बचाने के लिए कुछ पैरेंट्स डॉक्टर की मदद भी लेते हैं। ऐसे में डॉक्टर की सलाह के अलावा आप कुछ विशेष घरेलू उपायों की मदद से बच्चे को इस परेशानी से बचा सकते हैं।
बच्चे को दें तरल आहार
छोटे बच्चों के दूध के दांत निकलते हैं तो ऐसे समय में उन्हें पीने के लिए तरल चीजें देनी चाहिए। इससे उन्हें ज्य़ादा दर्द नहीं महसूस होगा। कई पैरेंट्स बच्चे को 6 महीने बाद ठोस आहार देना शुरू कर देते हैं। ऐसे में जब बच्चों के दूध के दांत निकलते हैं तो उन्हें ठोस आहार खाने में परेशानी हो सकती है। इसलिए पैरेंट्स अपने बच्चों के दूध में थोड़ा सा शहद मिला सकते हैं। इससे उनके मसूड़ों को आराम मिल सकता है। साथ ही बच्चे को ठंडा दूध भी पीने को दिया जा सकता है।
शरीर की अच्छे से करें मालिश
दरअसल जब छोटे बच्चों के दूध के दांत निकलते हैं तो न सिर्फ उनके मसूड़े और चेहरे में दर्द के अलावा सूजन होती है। बल्कि दर्द के कारण रोने से बच्चों के शरीर और हाथ-पैरों में भी दर्द होता है। ऐसे में आप बच्चे को आराम देने के लिए उनके शरीर की अच्छे से मालिश कर उनके दर्द को कम कर सकते हैं। हाथ-पैर की अच्छे से मालिश करने पर शरीर का बल्ड-सर्कुलेशन अच्छा रहता है। मालिश होने पर बच्चे को अच्छी नींद आती है। बच्चे के शरीर की अच्छे से मालिश किए जाने पर दर्द सहने की क्षमता भी बढ़ जाती है।
इलायची और शहद को मसूड़े में लगाना
बच्चे के दांत निकलने के दौरान उनके मसूड़ों में शहद और इलायची साथ में मिलाकर लगानी चाहिए। बता दें कि इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुण बच्चे को होने वाली जलन और सूजन से बचा सकते हैं। इसके साथ ही दूध में शहद के अलावा इलायची मिलाकर पिलाएं। वहीं अगर बच्चा मां का दूध पी रहा है, तो बच्चे को निप्पल में शहद लगाकर दें। इससे भी उन्हें दर्द में काफी आराम मिलेगा। दांत निकलते समय बच्चों की सही तरह से देखभाल किए जाने की जरूरत होती है।
बच्चे को लेने दें अच्छी नींद
बच्चे के दूध के दांत निकलने के दौरान उनके मसूड़ों में काफी दर्द होता है। जिसके चलते वह दर्द से तड़प जाते हैं। वहीं कुछ पैरेट्स बच्चों को खाना खिलाने या फिर मालिश करने के लिए नींद से जगा देते हैं। ऐसे में बच्चों की नींद पूरी नहीं हो पाने के कारण वह अधिक चिड़चिड़े हो जाते हैं। इसलिए पैरेंट्स को यह कोशिश करनी चाहिए कि अगर बच्चा सो रहा है तो उसे जबरदस्ती जगाने की कोशिश न करें। क्योंकि इस दौरान वह जितना अधिक सोएगा उतना ही उसे दर्द का एहसास कम होगा। साथ ही नींद पूरी होने पर वह खुश भी रहेगा।
डॉक्टर की सलाह बेहद जरूरी
दूध के दांत निकलने के दौरान बच्चों के दांतों में तेज दर्द के अलावा जलन, बुखार जैसी अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। इस दौरान पैरेंट्स को घबराने की बजाय डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। जिससे कि बच्चे को अन्य गंभीर परेशानियों से बचाया जा सके। दांत निकलते समय बच्चों को अक्सर पीलिया, कब्ज, दस्त और पेट दर्द की समस्याएं होती हैं। इस स्थिति में डॉक्टर से जरूरी जांच करवाएं और उनकी सलाह पर बच्चों को दवाएं दें। इससे भी उन्हें दर्द में काफी ज्यादा राहत मिलेगी।
बच्चे को दे अच्छी सी टीथ टॉयज
दूध के दांत निकलते समय बच्चे के दांत में खुजली होने के कारण वह हर चीज को चबाना चाहते हैं। इस दौरान आप बच्चे को अच्छी सी टीथ टॉयज भी दे सकते हैं। जिसकी मदद से बच्चों को मसूड़ों में होने वाली खुजली से राहत मिल जाएगी। इसके साथ ही उनके मसूड़े को दिन में दो बार जरूर साफ करना चाहिए। बच्चे को दूध आदि पिलाने से पहले उनके मुंह को अच्छे से साफ करना चाहिए। मुंह और दांतो को साफ करने के लिए आप कॉटन या गीले कपड़े की भी मदद ले सकते हैं।
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