हर उम्र के लिए जरूरी होते हैं ये विटामिन और मिनरल्स, शरीर में ना होने दें इनकी कमी
सेहतमंद रहने के लिए सही खानपान और स्वस्थ जीवनशैली बहुत जरुरी है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इनकी कमी होने पर कई तरह की बीमारियाँ होने लगती हैं। आज हम आपको बताएंगे कि स्वस्थ रहने के लिए कौन से पोषक तत्वों की जरूरत होती है-
विटामिन ए
विटामिन ए का काम शरीर की त्वचा, बाल, नाखून, दाँत, मसूड़े, मांसपेशियाँ और हड्डी को ताकत देना है। ब्लड में कैल्शियम का संतुलन भी इसी विटामिन से होता है। इसकी कमी होने से सबसे ज्यादा आँखें प्रभावित होती हैं। विटामिन ए आमतौर पर चुकंदर, गाजर, पनीर, दूध, टमाटर, हरी सब्जियाँ, पीले रंग के फल आदि में मिलता है। दूध, मक्खन, गहरे हरे रंग की सब्जियों में भी यह प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। शरीर पीले और हरे रंग के फल व सब्जियों में मौजूद पिग्मैंट कैरोटीन को भी विटामिन 'ए' में बदल देता है।
विटामिन बी
विटामिन बी का मुख्य काम हमारी पाचनक्रिया को स्वस्थ रखना है। इस विटामिन की कमी से पेट संबंधी परेशानियाँ जैसे भूख न लगना, दस्त आदि हो सकते हैं। इसकी कमी से नसों में सूजन और बेरी-बेरी रोग की संभावना भी हो जाती है। विटामिन बी के कई रूप हैं जैसे विटामिन बी1, बी2, बी3, बी5, बी6, बी7, बी9 और विटामिन बी 12 हैं। खमीर, चावल की भूसी, चोकर, दालों के छिलके, अंकुरित अनाज, दूध, ताजी सब्जी, आटा व खाद्यान्नों आदि के सेवन से आप विटामिन बी की आपूर्ति कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त यह सहजन, गाजर, चुकंदर, मूंगफली, अदरक, किशमिश, केला, खीरा व काजू में भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
विटामिन सी
विटामिन सी की कमी के कारण शरीर में हर समय थकान, मांसपेशियों में कमजोरी, जोड़ों में दर्द, मसूड़ों से खून आने और पैरों में लाल निशान जैसी परेशानियाँ हो जाती हैं। इसके अलावा शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो जाने से छोटी-छोटी बीमारियाँ और खांसी, जुकाम, मुंह के रोग, दाँत व त्वचा के रोग, पेट में अल्सर आदि परेशानियाँ हो सकती हैं। विटामिन सी खट्टे फल जैसे आँवला, संतरा, अन्नानास, अनार, आम आदि जैसे फल और नींबू, शकरकंद, मूली, बैंगन और प्याज जैसी सब्जियों में भी यह पाया जाता है।
विटामिन डी
विटामिन डी हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। हमारी हड्डियों और दिल को मजबूत बनाने के लिए विटामिन डी बहुत जरूरी होता है। विटामिन डी की कमी पूरा करने के लिए आपको कुछ समय सुबह की ताजा धूप में जरूर बैठना चाहिए। इसके अलावा आप विटामिन डी के लिए अपनी डाइट में चीज, अंडे का पीला भाग और सोया मिल्क आदि शामिल कर सकते हैं।
कैल्शियम
न्यूट्रीशनिस्ट के अनुसार बढ़ती उम्र के साथ-साथ हमारी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। ऐसे में उचित मात्रा में कैल्शियम लेना बहुत जरूरी है। खास तौर पर 35 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अपने आहार में कैल्शियम जरूर शामिल करना चाहिए। इसके लिए आप अपनी डाइट में दूध, दही, हरी पत्तेदार सब्जियां, तिल, स्प्राउट्स और बादाम आदि शामिल कर सकते हैं।
आयरन
शरीर में आयरन की कमी से कई अन्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में एनीमिया की समस्या अधिक पाई जाती है। खासतौर पर जिन महिलाओं को पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग होती है उनमें एनीमिया की समस्या अधिक होती है। इससे बचने के लिए आपको उचित मात्रा में आयरन लेना चाहिए। इसके लिए आप अपनी डाइट में अंडा, हरी सब्जियां, मछली, ड्राइफ्रूट्स आदि शामिल कर सकते हैं।
मैग्नीशियम
मैग्नीशियम एक ऐसा पोषक तत्व है जो मांसपेशियों और दिल को मजबूत बनाने में मदद करता है। दिमाग को तेज बनाने और डाइजेशन से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए भी मैग्नीशियम बहुत जरूरी है। इसके लिए आपको अपनी डाइट में पालक, दालें, ड्राई फ्रूट और अनाज शामिल करना चाहिए।
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