जानें कितना खतरनाक है हर्निया, कैसे हो सकता है इलाज और क्या है सावधानी
हर्निया.... इस बीमारी का नाम आपमें से ज्यादातर लोगों ने सुन रखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सही इलाज ना होने के कारण कई बार ये बीमारी जानलेवा भी बन सकती है। हार्निया किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को कभी भी हो सकता है। आमतौर पर ये बीमारी 40 से 50 की उम्र के बाद होता है और उस जगह को सबसे पहले अपने प्रभाव में लेता है जहां के मसल्स कमजोर होते हैं, या जहां पहले से चोट लगी हो। हर्निया से पीड़ित व्यक्ति की मांसपेशिया बाहर आने लगती हैं।
हमने इस बीमारी के संबंध में वाराणसी के ओपल हॉस्पिटल के डॉक्टर प्रमोद कुमार राय से विस्तार से बातचीत की। डॉ प्रमोद राय के अनुसार हार्निया का इलाज सिर्फ ऑपरेशन है। ऑपरेशन के बाद कम से कम एक हफ्ता और ज्यादा से ज्यादा 15 दिन का समय लगता है। डॉक्टर के अनुसार ये बीमारी जान लेवा हो सकती है इसलिए इस बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
डॉक्टर की मानें तो हर्निया के मरीज को खाने में किसी तरह का परहेज करना जरुरी नहीं है। लेकिन अगर शुगर या बीपी के मरीजों को उस तरह का परहेज करना जरुरी होता है। वहीं डॉक्टर ने इलाज के खर्च के बारे में बताया कि दो तरह से इसका ऑपरेशन किया जाता है एक जो हाथ से किया जाता है दूसरा दूरबीन विधि से। दूरबीन विधि के ऑपरेशन में खर्च ज्यादा आता है।
आमतौर पर हर्निया कभी भी हो सकता है। यहां तक कि कई बार बच्चों में ये बीमारी जन्मजात भी हो जाती है। हार्निया चार स्टेज के तहत व्यक्ति में होता है। वहीं अगर ऑपरेशन के बाद यदि दोबारा हर्निया होता है तो वो किसी भी स्टेज में हो सकता है। वहीं हर्निया से बचने के लिए सवधानिया रखना जरुरी होता है।अगर आपको भी लगता है की ऐसी किसी समस्या से घिरे हैं तो तुरंत जाकर डॉक्टर से परामर्श लें कर सही से इलाज कराएं। अन्यथा अगर देर हो गयी तो इसका एक मात्र इलाज फिर ऑपरेशन ही बचता है।
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