सर्दियों में क्यों बढ़ जाती है सोरायसिस की समस्या, कारण, बचाव के उपाय
सोरायसिस (Psoriasis) एक सामान्य लेकिन गंभीर त्वचा रोग है, जो सर्दियों में अक्सर अधिक परेशान करता है। इस दौरान त्वचा पर लाल या भूरे रंग के पपड़ीदार दाग-धब्बे नजर आ सकते हैं। यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन इसके बारे में जानकारी और जागरूकता की कमी है। सर्दियों में यह समस्या क्यों बढ़ती है, इसके अन्य कारण क्या हो सकते हैं, और इससे बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं, आइए विस्तार से समझते हैं।
सर्दियों में क्यों बढ़ जाती है सोरायसिस?
सर्दियों में तापमान में गिरावट और सूरज की रोशनी कम होने के कारण त्वचा को नमी नहीं मिल पाती, जिससे यह शुष्क हो जाती है। शुष्क हवाओं का असर त्वचा पर लाल और पपड़ीदार दाग-धब्बों के रूप में दिखने लगता है। सूरज की पराबैंगनी किरणें त्वचा के लिए फायदेमंद होती हैं, लेकिन सर्दियों में धूप की कमी इस समस्या को बढ़ा देती है।
सोरायसिस के अन्य कारण
सोरायसिस के बढ़ने के पीछे केवल सर्दियों का मौसम ही नहीं, बल्कि कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। इनमें सबसे प्रमुख है तनाव, जो इस समस्या को और गंभीर बना सकता है। असंतुलित आहार और पोषण की कमी भी सोरायसिस का एक बड़ा कारण है, क्योंकि इससे त्वचा को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता। इसके अलावा, नियमित व्यायाम की कमी से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे यह समस्या और बढ़ सकती है। कई मामलों में, यह समस्या जेनेटिक भी हो सकती है। अगर परिवार में किसी सदस्य को सोरायसिस है, तो आपके इससे प्रभावित होने की संभावना अधिक होती है। साथ ही, त्वचा की नमी की कमी के कारण स्कैल्प, कान के आसपास, माथे, घुटनों, कोहनी और पीठ के निचले हिस्से पर लाल पपड़ीदार दाग-धब्बे नजर आते हैं, जो सोरायसिस के लक्षण हैं।
सोरायसिस से बचाव के उपाय
सोरायसिस को पूरी तरह खत्म करना भले ही मुश्किल हो, लेकिन इसे नियंत्रित करना संभव है। खासतौर पर सर्दियों में कुछ विशेष उपाय अपनाकर इस समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। सबसे पहले, त्वचा को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और त्वचा पर नियमित रूप से मॉइश्चराइजर लगाएं। नारियल तेल का उपयोग भी फायदेमंद होता है, क्योंकि यह त्वचा को गहराई तक मॉइश्चराइज करता है और इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं। अपने आहार में पौष्टिक चीजें जैसे ओटमील और चावल का पानी शामिल करें, जो त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। हल्के गुनगुने पानी से नहाने के बाद त्वचा पर मॉइश्चराइजर लगाना भी फायदेमंद होता है। इसके अलावा, सर्दियों में जितना हो सके, धूप में समय बिताएं, क्योंकि सूरज की किरणें त्वचा के लिए लाभकारी होती हैं। तनाव को कम करने के लिए योग और मेडिटेशन जैसे तरीकों का सहारा लें, क्योंकि स्ट्रेस सोरायसिस को और बढ़ा सकता है। इन आसान उपायों को अपनाकर आप सोरायसिस को काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं।
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
अगर घरेलू उपायों और सही देखभाल के बावजूद सोरायसिस के लक्षण कम नहीं हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही समय पर इलाज से इस समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है।
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