सिर्फ ये 2 चीजें मिलाकर बनाएं चमत्कारी बर्फ, चेहरे पर मलें और देखें जादू जैसा निखार

चेहरे की खूबसूरती के लिए सिर्फ महंगे स्किन केयर प्रोडक्ट्स ही जरूरी हों, यह सोच अब पुरानी हो चुकी है। असल में, दादी-नानी के जमाने से घर की रसोई में मौजूद चीजें ही त्वचा की असली देखभाल करती आई हैं। इन घरेलू उपायों की खूबसूरती यही है कि ये ना सिर्फ असरदार होते हैं बल्कि केमिकल-फ्री भी होते हैं। जरूरत से ज्यादा रासायनिक उत्पादों का इस्तेमाल त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है, वहीं किचन की नेचुरल चीजें अगर सही तरीके से इस्तेमाल की जाएं तो त्वचा दमकने लगती है और उसकी सेहत भी बेहतर होती है। आइए जानें कैसे बनाएं ये खास ग्लोइंग स्किन आइस क्यूब्स।
ग्लोइंग स्किन के लिए चावल के पानी के आइस क्यूब्स
इसके लिए एक कटोरी चावल को 2-3 बार अच्छी तरह धो लें और उसमें 2-3 गुना पानी डालकर रातभर के लिए भिगो दें। अगले दिन इस पानी को छानकर अलग करें और उसमें एक विटामिन ई कैप्सूल मिलाएं। इस मिश्रण को अच्छे से मिलाकर आइस ट्रे में डालें और बर्फ बनने दें। अब हर सुबह और रात सोने से पहले इस आइस क्यूब को चेहरे पर हल्के हाथों से रगड़ें।
चावल का पानी चेहरे पर लगाने के फायदे
चावल का पानी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें एंटी-एजिंग और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसे नियमित रूप से चेहरे पर लगाने से स्किन की कई समस्याएं दूर हो जाती हैं। यह त्वचा को प्राकृतिक निखार देने के साथ-साथ चेहरे पर मौजूद अतिरिक्त तेल को भी हटाता है। साथ ही, इसके एंटी-एजिंग गुण त्वचा को लंबे समय तक जवां बनाए रखने में मदद करते हैं। चावल का पानी दाग-धब्बों को हल्का करने और स्किन टोन को बराबर करने के लिए भी बेहद कारगर माना जाता है।
इसका उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है। एक टोनर की तरह आप इसे चेहरे पर स्प्रे कर सकते हैं या फिर रूई की मदद से पूरे चेहरे पर हल्के हाथों से लगा सकते हैं। यह न सिर्फ त्वचा की गहराई से सफाई करता है, बल्कि उसे तरोताजा और दमकता हुआ भी बनाता है।
इसके अलावा, चावल के पानी से आप एक बेहतरीन फेस मास्क भी तैयार कर सकते हैं। इसके लिए चावल के पानी में थोड़ा सा नींबू का रस और एलोवेरा का गूदा मिलाएं। इस मिश्रण को चेहरे पर 20 से 30 मिनट तक लगाकर रखें और फिर सामान्य पानी से धो लें। यह मास्क त्वचा को न सिर्फ चमकदार बनाता है, बल्कि उसे भीतर से पोषण भी देता है। इस मास्क को सप्ताह में एक बार इस्तेमाल करना पर्याप्त होता है।