क्या परफ्यूम मौत का कारण बन सकता है? जानिए

पसीने की स्मेल को छिपाने के लिए ज्यादातर लोग इत्र, बॉडी स्प्रे या परफ्यूम का इस्तेमाल करते हैं. इससे दिनभर उनके शरीर से महक आती है और फ्रेश महसूस होता है. बाजार में अलग-अलग खुशबू के बॉडी स्प्रे या परफ्यूम बहुत मिल जाएंगे. आजकल परफ्यूम फैशन ट्रेंड का एक हिस्सा बन चुका है. लेकिन पहले भी इसका उपयोग इत्र के रूप में किया जाता था. इस समय मार्केट में कई तरह के परफ्यूम उपलब्ध हैं, लेकिन उन्हें बनाने के लिए कई तरह के केमिकल का उपयोग किया जाता है, जिससे व्यक्ति की सेहत को काफी नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए इसे सीमित मात्रा में उपयोग करने की सलाह दी जाती है.
जब भी हम ऑफिस या फिर कहीं भी जाते हैं, तो परफ्यूम या किसी बॉडी स्प्रे का उपयोग जरूर करते हैं, खासकर गर्मी के मौसम ताकि पसीने के कारण आने वाली स्मेल को कम किया जा सकते हैं. कुछ लोगों को परफ्यूम का क्रेज बहुत होता है. उनके पास कई तरह के इत्र और परफ्यूम की कलेक्शन होती है. लेकिन इसका ज्यादा उपयोग करने से भी उनकी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. क्योंकि इसे बनाने के लिए कई तरह के केमिकल का उपयोग किया जाता है. अगर आप भी परफ्यूम का बहुत ज्यादा उपयोग करते हैं, तो जान लें कि परफ्यूम आपकी सेहत को किस तरह नुकसान पहुंचा सकता है.
स्किन के लिए किस तरह खतरनाक है परफ्यूम?
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बी एल जांगिड़ ने बताया कि परफ्यूम का हमारी स्किन को तीन तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसमें मौजूद किसी भी केमिकल से स्किन पर एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है. जिन लोगों की स्किन ज्यादा सेंसिटिव है उन्हें एलर्जी हो सकती है. इसके अलावा फोटो डर्मेटोसिस जैसी समस्या हो सकती है, कभी-कभी सेंसिटिव होती है या फिर ज्यादा स्किन रिएक्टिव होती है, तो अगर आप परफ्यूम यूज करते हैं, तो वहां पर आपकी स्किन ज्यादा खराब हो सकती है. इसके अलावा कई परफ्यूम में अल्कोहल होता है, जिसकी वजह से रैशेज और खुजली जैसी समस्या हो सकती है.
क्या परफ्यूम हमारी मौत का कारण बन सकता है?
आपको बता दें कि परफ्यूम मौत का कारण नहीं बन सकता है. परफ्यूम एक तरह का अल्कोहलिक बेस के अंदर कुछ एसेंसियल ऑयल हो सकते हैं या फिर ऐसे सिंथेटिक या ऑर्गेनिक केमिकल हो सकते हैं. जो खुशबू के लिए यूज होते हैं. इससे डायरेक्ट मौत जैसी स्थिति नहीं बनती. लेकिन अगर किसी को अस्थमा हो, तो यह समस्या ज्यादा बढ़ सकती है.
ज्यादा परफ्यूम लगाने से किस तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं?
परफ्यूम या फिर किसी भी चीज को ज्यादा उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे नुकसान हो सकता है. परफ्यूम का ज्यादा इस्तेमाल करने से स्किन से जुड़ी समस्या और रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं. स्किन में इरिटेशन या एलर्जिक रिएक्शन या अस्थमा की समस्या हो सकती है. माइग्रेन की समस्या ट्रीगर हो सकती है.
परफ्यूम खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
परफ्यूम खरीदते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. पहली बात यह कि अगर किसी को अस्थमा या फिर रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम्स है, तो आपको परफ्यूम लगाना अवॉइड करें. क्योंकि परफ्यूम से सांस से जुड़ी तकलीफ बढ़ सकती है. अगर आपकी स्किन सेंसिटिव या फिर पहले से ही स्किन से जुड़ी समस्या हो, तो आपको इसे नहीं लगाना चाहिए. अगर आपको परफ्यूम का यूज करना ही है, तो इसे सीमित मात्रा में लगाएं. इसके अलावा सबसे पहले पैच टेस्ट कर सकते हैं. अगर आपको उससे रिएक्शन नहीं हो रहा है, तो आपको उसका उपयोग कर सकते हैं.
क्या परफ्यूम में मौजूद केमिकल कैंसर की वजह बन सकते हैं?
जी नहीं ऐसा कुछ नहीं होता है और स्टडी में पाया गया है कि जो केमिकल परफ्यूम के अंदर यूज किए जाते हैं. वह ज्यादातर सेफ होते हैं.
हेल्थलाइन के मुताबिक परफ्यूम, कोलोन और आफ्टरशेव में सबसे टॉक्सिक इंग्रेडिएंट्स इथेनॉल या आइसोप्रोपिल अल्कोहल हो सकता है. प्रोडक्ट की खुशबू बनाएं रखने और स्थिर करने के लिए इसमें सुगंधित तत्वों को इन अल्कोहल में मिलाया जाता है. ये अल्कोहल टॉक्सिक होते हैं और 30 मिलीलीटर से ज्यादा उपयोग किए जाने पर परेशानी हो सकती है.
अगर आपको किसी खास फ्रेगरेंस का उपयोग करने के बाद रेडनेस, खुजली और साइनस इरिटेशन जैसी समस्या होती है, तो शायद आपको इसमें मौजूद किसी भी चीज से सेंसिटिविटी यानी की एलर्जी हो सकती है. लेकिन आपको किस चीज से एलर्जी हो रही है. इसका पता लगाना मुश्किल होता है.