सऊदी अरब ने वायरल और जेनेटिक टीकों के निर्माण के लिए फाइजर के साथ किया समझौता
समझौता रियाद ग्लोबल मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी समिट 2021 (आरजीएमबीएस) के पहले दिन के मौके पर किया गया , जो क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में आयोजित किया जा रहा है। सऊदी गजट ने बताया कि नेशनल गार्ड के मंत्री प्रिंस अब्दुल्ला बिन बांदर ने वर्चुअल कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
उद्योग मंत्रालय ने कहा कि त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन उद्योग मंत्रालय, किंग अब्दुल्ला इंटरनेशनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (केएआईएमआरसी) और फाइजर फाउंडेशन के बीच किए गए। इसका उद्देश्य किंगडम में वायरल और जेनेटिक टीकों के निर्माण के लिए नींव का निर्माण करना था। साथ ही ह्यूमन सेल प्लेटफॉर्म की स्थापना के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करना भी अहम उद्देश्य था।
कई प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय वक्ता जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बायोटेक कंपनियों के अग्रणी और नेता हैं, शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हैं। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में दवाओं, टीकों और सेलुलर और जेनेटिक उपचार विकसित करने में जैव प्रौद्योगिकी की भूमिका पर चर्चा की जा रही है।
शिखर सम्मेलन के विचार-विमर्श में जैव प्रौद्योगिकी के विकास के लिए मॉडल और अवसर, साथ ही औद्योगिक और शैक्षणिक सहयोग और चुनौतियां भी शामिल हैं जो सऊदी अरब और दुनिया को प्रभावित करती हैं।
--आईएएनएस
एसकेके/आरएचए
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