ईद पर दलेर मेहंदी ने पाकिस्तानी कव्वालों के साथ रॉक-सूफी सिंगल लॉन्च किया
मेहंदी के रिकॉर्ड लेबल द्वारा प्रस्तुत, यह गीत कव्वालों के शाम चौरासी घराने की विरासत को भी सामने लाता है। यह गीत पारंपरिक धमाल शैली में गाया जाता है, जिसे गायन की हिंदुस्तानी शास्त्रीय ध्रुपद धमार परंपराओं से धमर के नाम से भी जाना जाता है।
मेहंदी के अनुसार, रिकॉडिर्ंग के दौरान ऐसा उत्साह था कि उन्होंने खुद खान के लिए बैकिंग वोकल्स गाने की पेशकश की।
दलेर मेहंदी ने साझा किया कि यह बहुत आश्चर्यजनक था, ये वो आवाजें हैं जिन्हें सुनकर मैं बड़ा हुआ हूं और यहां वे मेरे रिकॉर्ड लेबल के लिए मेरे सामने बैठे और गा रहे थे। यह मेरे लिए बड़ा प्रशंसक क्षण।
डीआरकॉर्डस के सीईओ तरण मेहंदी बताते हैं कि बेरह का अर्थ है जहाजों का एक बेड़ा,कलंदर श्रेष्ठ है, जिसकी चेतना में विलीन हो जाती है या परमात्मा के साथ विलीन हो जाती है, ब्रह्मांड के साथ, स्वयं का उच्च स्व। गीत एक उद्घोषणा है।
ईद-अल-अधा से बेहतर दिन और क्या हो सकता है कि इतनी खूबसूरती से प्रस्तुत की गई धमाल को रिलीज किया जाए ।
कलंदरी बेरह उनकी चल रही ज्वेल्स ऑफ म्यूजिक श्रृंखला में डीआरकॉर्डस का दूसरा गीत है। श्रृंखला की शुरूआत लोकप्रिय क्लासिक दमा दम मस्त कलंदर के गायन से हुई, जिसे सोशल मीडिया के माध्यम से मिली मध्य प्रदेश के मंदसौर की एक 60 वर्षीय प्रतिभा, सुगन देवी गंधर्व की एक अविश्वसनीय आवाज द्वारा गाया गया।
--आईएएनएस
एमएसबी/एएनएम
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