सावन की पूर्णिमा तिथि को गंगा तट पर वैदिक ब्रह्मणों ने किया श्रावणी उपाकर्म
वाराणसी। श्रावण माह के पूर्णिमा तिथि को वैदिक ब्राह्मणों ने गंगा घाटों पर श्रावणी उपा कर्म किया। सुबह 7 बजे रामेश्वर मठ स्थित स्वामी नारायणनंद तीर्थ वेद विद्यालय, काशी धर्मपीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी नारायणनंद तीर्थ के उत्तराधिकारी शिष्य स्वामी लखन स्वरूप ब्रह्मचारी के संयोजन में एवं काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रोफेसर राम नारायण द्विवेदी के सानिध्य में तुलसी घाट पर विधि विधान से श्रावणी उपाकर्म किया।
घाटी स्थित पट्टाभिराम शास्त्री वेद मीमांसा अनुसन्धान केन्द्र के वेदाचार्य डॉ.सर्वेश रमण तिवारी के आचार्यत्व में, डॉ.हनुमान मिश्र (सहाचार्य वेद) लाल बहादुर शास्त्री केन्द्रीय विश्व विद्यालय नई दिल्ली, डॉ.गंगाधर मिश्र (साहित्य विभागाध्यक्ष ), नंदलाल बाजोरिया महाविद्यालय वाराणसी, डॉ.रंगनाथ त्रिपाठी (वेद विभागाध्यक्ष) गोरक्षनाथ संस्कृत विद्या पीठ, गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर, डॉ. संजय त्रिपाठी साहित्य (विभागाध्यक्ष) -साधु वेला संस्कृत महाविद्यालय वाराणसी, आचार्य वरुणेश चंद्र दीक्षित ( वेद विभागाध्यक्ष )भागवत महाविद्यालय वाराणसी, डॉ.अखिलेश कुमार (संस्कृताध्यापक ), स्वामी नारायणानंद तीर्थ वेद विद्यालय वाराणसी, रामयश मिश्र, सहित शताधिक विद्वत समुदाय में श्रावणी उपकर्म काशी के तुलसी घाट पर सविधि संपन्न किया।

