नवरात्रि के चौथे दिन ही मां बागेश्वरी देवी के दर्शन को उमड़े भक्त, जैतपुरा में है माता का भव्य मंदिर
वाराणसी। शारदीय नवरात्रि पर इस बार तीसरी और चौथी नवरात्रि एक दिन है, इसके चलते मां चंद्रघंटा और कुष्मांडा की पूजा एक ही दिन हुई। इस वर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्रि की पंचमी तिथि रविवार सुबह 9 बजे से ही लग गई है, जिस कारण मां जगदंबा के पांचवें स्वरूप मां स्कंदमाता के दर्शन के लिए सुबह से ही भक्तों का रेला उमड़ने लगा।
रविवार को जैतपुरा स्थित मां बागेश्वरी देवी के मंदिर में दर्शनार्थी सुबह से मां स्कंदमाता के दर्शन को पहुंच रहे हैं।

मां को भोर में पंचामृत स्नान के बाद अड़हुल, गेंदा और गुलाब के फूलों से भव्य शृंगार किया गया। मंगला आरती के बाद माता के मंदिर का पट भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया गया। महिलाओं ने नारियल और चुनरी का प्रसाद चढ़ाकर माता से सौभाग्य की कामना की। भोर से मां के दर्शन का सिलसिला अनवरत चलता रहा।
मंदिर के महंत गोपाल मिश्रा ने बताया कि नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता के दर्शन की मान्यता है। माता के दर्शन से जिनकी गोद सूनी हो उन्हें संतान की प्राप्ती होती है। महंत ने बताया कि सुबह नौ बजे के बाद से आज पंचमी लग गई है, इसलिओं श्रद्धालुओं में असमंजश है। इसलिए आज और कल दोनों दिन माता के दर्शन होंगे।



वहीं शहर के सभी देवी मंदिरों में भक्तों का रेला उमड़ा। दुर्गाकुंड, लक्ष्मीकुंड, गायत्री देवी, काली मंदिर, अन्नपूर्णा देवी समेत सभी मंदिर माता के जयकारे से गुंजायमान होते रहे।

