जानिए कब पड़ रही सोमवती अमावस्या, इस दिन करें ये उपाय, जीवन से दूर होगी दरिद्रता
सनातन धर्म में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व माना जाता है। सोमवार के दिन जब अमावस्या पड़ती है तो इस दिन ही सोमवती अमावस्या को खास रूप से मनाया जाता है। साल 2022 में पहली सोमवती अमावस्या 31 जनवरी को पड़ रही है। इस दिन गंगा स्नान और दान आदि करने बहुत महत्व माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी कष्टों का नाश होता है। इस दिन स्त्रियां अपने पति और संतान की लम्बी आयु के लिए व्रत रखती हैं। आइए जानेत है सोमवती अमावस्या का महत्व तिथि और शुभ मुहूर्त।
इस बार सोमवती सोमवार, दोपहर 02:18 मिनट मिनट पर शुरू होगी और 1 फरवरी मंगलवार को सुबह 11:16 मिनट तक रहेगी। बता दें कि माना जाता है कि इस दिन किए उपाय किए जाएं तो आपके सारे बिगड़े काम बन सकते हैं-

1. शिवलिंग पर चढ़ाएं दूध
ज्योतिष के अनुसार इस दिन शिवलिंग पर कच्चे दूध और दही से अभिषेक करने प्रभु की कृपा मिलती है। सोमवती के दिन ऐसा करने से जीवन से सारे बिगड़े काम बनते हैं और गरीबी दूर होती है।
2. पितरों को करें प्रसन्न
सोमवती अमावस्या पितरों के लिए भी खास माना जाता है। अगर आप पितरों को खुश करना चाहते हैं तो इस दिन उपलों की आग में गुड़–घी का धूप लगाएं और पितरों से हर गलती से माफी मांगे इससे उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
3.तुलसी या पीपल की परिक्रमा
आपको बता दें कि सोमवती अमावस्या को मान्यता है कि स्नान ध्यान के बाद पूजा के दौरान तुलसी या फिर पीपल की 108 परिक्रमा करनी चाहिए, ऐसा करने से जीवन की सभी प्रकार की दरिद्रता दूर होती है।
4. गणपति की करें आराधना
इस दिन वैसे को भगवान शिव की पूजा को खास माना जाता है, लेकिन बता दें कि अगर आप इस दिन पूरी श्रद्धा से भगवान गणेश को भी सुपारी चढ़ाएं और रात को गणेश प्रतिमा के आगे दीपक जलाकर रखें तो अनन्त फल की प्राप्ति होती है।
5. सिक्का डालने का महत्व
अगर जीवन में धन की कमी है तो फिर माना जाता है कि सोमवती अमावस्या की रात को को आप किसी कुएं में एक चम्मच दूध और एक रुपए का सिक्का डाल देने से जीवन की संपत्ति से जुड़ी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
6.जरूर करें दान और स्नान
सोमवती अमावस्या अनन्त फल देने वाली कही जाती है. ऐसे में इस दिन दान करने करने का और गंगा स्नान का खास महत्व होता है. इस दिन सुबह स्नान करके अपनी समर्थ के अनुसार किसी जरुरतमंद को दान अवश्य करें।

