जानिए शंख का स्वास्‍थ्‍य, धर्म और ज्योतिष में महत्व

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शंख हिन्दू धर्म में अति पवित्र माना जाता है। शंख का नाम लेते ही मन में पूजा और भक्ति की भावना आ जाती है। धर्मिक अवसरों पर इसे बजाया भी जाता है। आइये जानते हैं कि शंख रखने क्या महत्व है? घर में शंख रखने के क्या फायदे हैं? शंख का स्वास्थ्य, धर्म और ज्योतिष में क्या उपयोग है?

शंख का स्वास्थ्य में महत्व
शंख की आकृति और पृथ्वी की संरचना समान है। नासा के अनुसार-शंख बजाने से खगोलीय ऊर्जा का उत्सर्जन होता है जो जीवाणु का नाश कर लोगों को ऊर्जा व शक्ति का संचार करता है। शंख में 100% कैल्शियम है। इसमें रात को पानी भर के पीने से कैल्शियम की पूर्ति होती है। शंख बजाने से योग की तीन क्रियाएं एक साथ होती है कुम्भक, रेचक और प्राणायाम। शंख बजाने से हृदयाघात, रक्तचाप की अनियमितता, दमा, मंदाग्नि में लाभ होता है। इसके अलावा शंख बजाने से फेफड़े पुष्ट होते हैं। शंख में पानी रख कर पीने से मनोरोगी को लाभ होता है। उत्तेजना कम होती है। यही नहीं शंख की ध्वनि से दिमाग व स्नायु तंत्र सक्रिय रहता है। 

शंख का धार्मिक महत्व 
दक्षिणावर्ती शंख को लक्ष्मी स्वरुप कहा जाता है। इसके बिना लक्ष्मी जी की आराधना पूरी नहीं मानी जाती है। समुद्र मंथन के दौरान 14 रत्नो में से यह एक रत्न है। सुख-सौभाग्य की वृद्धि के लिए इसे अपने घर में स्थापित करना चाहि‍ए। ऐसी मान्‍यता है कि‍ शंख में दूध भर कर रुद्राभिषेक करने से समस्त पापों का नाश होता है। घर में शंख बजाने से नकारात्मक ऊर्जा व अतृप्त आत्माओं का वास नहीं होता। दक्षिणावर्ती शंख से पितरो का तर्पण करने से पितरो की शांति होती है। यही नहीं शंख से स्फटिक के श्री यन्त्र अभिषेक करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। 

शंख का ज्योतिष में महत्व 
सोमवार को शंख में दूध भर कर शिव जी को चढाने से चन्द्रमा ठीक होता है। मंगलवार को शंख बजा कर सुन्दर काण्ड पढ़ने से मंगल का कुप्रभाव काम होता है। शंख में चावल भर के रखे और लाल कपड़े में लपेट कर तिजोरी में रखें। इससे माँ अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहती है। बुधवार को शालिग्राम जी को शंख में जल व तुलसा जी डाल कर अभिषेक करने से बुध ग्रह ठीक होता है। शंख को केसर से तिलक कर पूजा करने से भगवन विष्णु व गुरु की प्रसन्ता मिलती है। शंख सफेद कपड़े में रखने से शुक्र ग्रह बलवान होता है। शंख में जल डाल कर सूर्य देव को अर्घ्य देने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं। शंख की पूजा करने से ऐश्वर्य प्राप्त होता है। मंदिर में शंख के अंदर जल भरकर रखे और तुलसी चढ़ाये। 
परिवार मे प्रसन्नता और कारोबार में सफलता मिलती है।

आचार्य/वेदध्यापक
पं अमित कुमार पाण्डेय
श्री ब्रह्मा वेद विद्यालय
अस्सी वाराणसी 
मो 9454850502

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