अभी खत्म नहीं हुई है दूसरी लहर, वैक्सीन नए वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी : केंद्र
जीओएम ने चेताया कि लोगों को खुद को सुरक्षित रखने के लिए कोविड के उचित व्यवहार का पालन करना होगा। मंत्रिसमूह ने स्पष्ट किया कि देश में वर्तमान में उपलब्ध सभी एंटी-कोविड टीके, कोरोनावायरस के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी पाए गए हैं।
जीओएम ने ऐसे समय में कोविड के उचित व्यवहार के महत्व को ²ढ़ता से दोहराया जब देश भर में प्रतिबंध हटाए जा रहे हैं। इसके अलावा निरंतर सूचना, शिक्षा, संचार (आईईसी) अभियानों के माध्यम से उच्च स्तरीय जागरूकता पर प्रकाश डाला गया।
इस दौरान डॉ. वी के पॉल ने मास्क पहनने और हाथ की स्वच्छता के लाभों पर जोर दिया। वहीं सचिव (स्वास्थ्य अनुसंधान) और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने भी सचेत किया कि कोविड-19 की दूसरी लहर अभी भी थमी नहीं है, क्योंकि देश के 80 जिलों में अभी भी पॉजिटिविटी ऊंची है।
उन्होंने इस स्तर पर किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही नहीं बरतने की सलाह दी।
भारत में उपलब्ध कोविड के टीके नए वेरिएंट से लोगों की रक्षा करने में विफल होने की अफवाहों को दूर करते हुए, भार्गव ने स्पष्ट किया कि देश में दिए जा रहे सभी टीके वायरस के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी पाए गए हैं।
एनसीडीसी के निदेशक डॉ. सुजीत के सिंह ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड के वक्रमार्ग पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने महामारी विज्ञान के निष्कर्षों के आधार पर एक सूक्ष्म विश्लेषण प्रस्तुत किया, जिसमें मामलों की वृद्धि, विशेष जिलों में मामलों की सघनता और अन्य प्रवृत्तियों जैसे मृत्यु और प्रभावित राज्यों में संक्रमण को प्रेरित करने वाले कोविड-19 के वेरिएंट जैसे महत्वपूर्ण मापदंडों को इंगित किया गया था।
सक्रिय मामले मुख्य रूप से महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बने हुए हैं, जो राष्ट्रीय कोविड वृद्धि दर से अधिक वृद्धि दर की सूचना दे रहे हैं। जहां 19 राज्य मृत्यु के आंकड़े एक अंकीय (10 से कम) बता रहे हैं, वहीं चार राज्य केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु दैनिक मृत्यु की सूचना सौ से ज्यादा दे रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने मंत्रिसमूह के सदस्यों को कोविड-19 के इस चरण में हुए म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) संक्रमणों के वक्रमार्ग से भी अवगत कराया। कुल 40,845 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 31,344 मामले राइनोसेरेब्रल प्रकृति के हैं। संक्रमण से 3,129 लोगों की मृत्यु हुई है। कुल संख्याओं में से 34,940 रोगियों में कोविड (85.5 प्रतिशत), 26,187 (लगभग 64.11 प्रतिशत) मधुमेह के लिए सह-रुग्ण थे जबकि 21,523 (52.69 प्रतिशत) संक्रमित लोग स्टेरॉयड पर थे। 13,083 मरीज (32 प्रतिशत) 18-45 वर्ग में थे, 17,464 (42 प्रतिशत) 45-60 आयु वर्ग में थे जबकि 10,082 (24 प्रतिशत) रोगियों की उम्र 60 वर्ष से अधिक थी।
हर्षवर्धन के साथ नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और विनोद के. पॉल, सदस्य (स्वास्थ्य), नीति आयोग भी इस वर्चुअल बैठक में उपस्थित हुए।
--आईएएनएस
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