कोविड महामारी से रवांडा में निवेश का ग्राफ नीचे खिसका
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, आरडीबी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाली कोविड-19 महामारी को निवेश में गिरावट का जिम्मेदार ठहराया है। गुरुवार को जारी एक बयान में कहा गया था कि वर्ष 2020 में रीयल इस्टेट, और कंस्ट्रक्शन व मैन्यूफैक्च रिंग क्षेत्र में क्रमश: 48 प्रतिशत और 20 प्रतिशत का निवेश हुआ। जिन अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण निवेश हुआ उनमें कृषि, सूचना संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी), ऊर्जा, खनन और वित्तीय सेवाएं शामिल थीं।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले वर्ष जितना निवेश दर्ज किया गया उसमें विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) का योगदान 51 प्रतिशत रहा, जबकि संयुक्त उपक्रम और स्थानीय निवेशों ने क्रमश: 29 प्रतिशत और 20 प्रतिशत का योगदान दिया।
आरडीबी के सीईओ क्लेयर अकमनजी ने एक बयान में कहा कि निवेश और कारोबार की दृष्टि से वर्ष 2020 एक चुनौतीपूर्ण साल था। कोविड-19 महामारी के कारण वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद हमारी अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों में उल्लेखनीय निवेश हुए।
रवांडा सरकार आर्थिक सुधार निधि जैसी पहलों के माध्यम से व्यापार को फिर से पटरी पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते रवांडा सरकार की निवेश शाखा ने कहा कि चीन की 24 और कंपनियां पिछले साल रवांडा में पंजीकृत हुईं, जिनसे कुल 30 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ।
--आईएएनएस
एसआरएस/वीएवी
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