रेलवे पटरी के किनारे मिला पूर्व ग्राम प्रधान का शव, लगी है गोली, ग्रामीणों ने कोतवाली का किया घेराव
चंदौली। 24 मई से घर से गायब सदर कोतवाली के अमड़ा गांव के पूर्व ग्राम प्रधान रमेश कुमार (38) का शव बुधवार की देर रात सुल्तानपुर जनपद में रेलवे ट्रैक के किनारे मिला। सिर और जांघ में गोली लगी है। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
घटना से आक्रोशित परिजनों ने ग्रामीणों व कांग्रेस नेताओं के साथ गुरुवार की सुबह सदर कोतवाली का घेराव किया। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कोतवाल के निलंबन व हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। पुलिस उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराने के प्रयास में जुटी है।
परिजनों के अनुसार 24 मई को रमेश के मोबाइल पर किसी परिचित का कई बार फोन आया। उसके बार-बार बुलाने पर वे घर से चले गए लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटे। परिजनों ने उनके मोबाइल पर फोन कर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो पाई। इसके बाद काफी खोजबीन की, हालांकि कुछ पता नहीं चला। इस पर 25 मई को कोतवाली पहुंचकर पुलिस को मामले से अवगत कराया। पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। आरोप लगाया कि तहरीर देने के बावजूद पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया और न ही पता लगाने की कोशिश नहीं की।
बुधवार को कांग्रेस के प्रदेश महासचिव देवेंद्र प्रताप सिंह मुन्ना, जिला पंचायत सदस्य राकेश राम व भरत सिंह परिजनों के साथ कोतवाली पहुंचे। इसके बाद पुलिस हरकत में आई। लापता पूर्व प्रधान की खोजबीन शुरू की। बुधवार की देर रात सुल्तानपुर जनपद में उनका शव मिला। इसकी जानकारी होते ही परिजन आक्रोशित हो गए।
गुरुवार को काफी संख्या में ग्रामीण कांग्रेस नेता के साथ कोतवाली का घेराव किया। उनका कहना रहा कि पूर्व प्रधान की हत्यारों ने गोली मारकर हत्या कर दी। दो दिन पहले ही पुलिस को सूचना दी गई थी। यदि पुलिस तत्परता दिखाती तो उनकी जान न जाती। लापरवाही पर कोतवाल को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए। उधर कोतवाल अशोक मिश्रा का कहना रहा कि परिजनों को यदि किसी पर शक हो तो तहरीर दें। मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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