झारखंड व पश्चिम बंगाल के शातिर चोरों ने इंडियन बैंक का लाकर काटकर उड़ाया था माल, आठ गिरफ्तार, पांच फरार
चंदौली। पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए मुख्यालय स्थित इंडियन बैंक की शाखा का लाकर काटकर करोड़ों के आभूषण की चोरी की घटना का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने झारखंड के जामनगर थाना के सरकंडा व पड़ाव स्थित कुष्ठ आश्रम के समीप से आठ शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। वहीं पांच अभी भी फरार हैं। पकड़े गए चोरों के पास से 15 लाख से अधिक नकदी, सोने व चांदी के आभूषण बरामद किए गए हैं। पुलिस लाइन में बुधवार को आइजी के सत्यानारायण ने गिरफ्तारी व बरामदगी के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि 31 जनवरी की रात शातिर चोर इंडियन बैंक में घुसकर गैस कटर के जरिए 40 लाकरों को काटकर उसके अंदर रखे आभूषण पर हाथ साफ कर दिया था। चोरी की घटना बैंक के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। इसके आधार पर पुलिस ने अपनी छानबीन शुरू की थी। आखिर एक पखवारे बाद पुलिस ने चोरी की घटना में संलिप्त रहे झारखंड व पश्चिम बंगाल के आठ शातिर चोरों को गिरफ्तार कर लिया। झारखंड के साहिबगंज जनपद के राजमहल थाना के जामनगर निवासी डुग्गू प्रमानिक, मिट्ठू मंडल, गौरव मंडल, राधानगर थाना के बेगमगंज थाना के पवन शाह को गिरफ्तार कर लिया। वहीं उनकी निशानदेही पर उनके सहयोगी उदवा जंगलपाड़ा की पूजा देवी व आलोक कुमार और कानपुर के गोविंदपुर थाना के दादा नगर कालोनी निवासी भानु प्रताप सिंह व बिहार प्रांत के कैमूर जिले के मोहनियां थाना के बड़ी बाजार निवासी सोनू खान को चोरी के माल के साथ पड़ाव स्थित कुष्ठ आश्रम के समीप पकड़़ा गया। पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश के रहने वाले ओमप्रकाश मंडल, कृष्णादास, अशोक मंडल, गोपी व दिलीप मंडल अभी भी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। शातिर चोरों के पास से 15.25 लाख रुपये नकदी, 345 ग्राम सोने के आभूषण, कुछ सोने की अंगूठियां व बालियां, 1.118 किलो चांदी के आभूषण व 11 चांदी के सिक्के बरामद किए गए हैं। इसके अलावा चोरी के लिए लाकर काटने में इस्तेमाल किए गए दो आक्सीजन गैस सिलेंडर, तमंचा व कारतूस भी मिला है। इस दौरान एसपी अंकुर अग्रवाल, एएसपी चिरंजीवी मुखर्जी समेत अन्य रहे।
पहले से ही कर रहे थे रेकी
आईजी ने बताया कि शातिर चोरों का संगठित गिरोह है। चोर कई माह पहले ही जिले में आ गए थे। पड़ाव पर किराए का कमरा लेकर रह रहे थे। गिरोह में शामिल डुग्गू व उसके साथी ने फिरकी बेचने वाला बनकर बैंक की रेकी की। बैंक की सुरक्षा व्यवस्था, लाकर आदि का जायजा लेने के बाद योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया। इसके बाद माल लेकर फरार हो गए थे। चोरी के माल को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में बेचने की साजिश थी।
मुंबई व केरल में कर चुके हैं बड़ी चोरियां
शातिर चोरों ने पूछताछ में बताया कि इसके पूर्व कानपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, झारखंड के बोकारो, मुंबई के थाणे, केरल, मध्य प्रदेश व राजस्थान में आभूषण की बड़ी दुकानों के शटर व लाकर काटकर बड़ी चोरियां कर चुके हैं। अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े थे।
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