चंदौली : वाह रे पुलिस! सिकटिया कांड में बयान दर्ज कराने को मृतक विशाल को भी जारी कर दी नोटिस
चंदौली। अपने कारनामे की वजह से पुलिस एक बार फिर चर्चा में है। सीओ सदर ने सिकटिया कांड में गवाही के लिए उस विशाल पासवान को भी नोटिस भेजकर दफ्तर बुलाया है, जिसकी मौत हो चुकी है। पुलिस की नोटिस मिलने से लोग हैरत में हैं। वहीं पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे हैं। चूक उजागर होने के बाद महकमा बैकफुट पर आ गया है।
अलीनगर थाना के सिकटियां गांव में 13 नवंबर को विशाल पासवान की लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी गई थी। सीओ सदर मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने दफ्तर में बयान दर्ज कराने के लिए पासवान बस्ती के लोगों को नोटिस जारी कर पासवान बस्ती के लोगों को बयान देने के लिए बुलाया है। हालांकि विशाल की मौत हो चुकी है। चूक सामने आने के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे हैं। इससे महकमे में खलबली मची है। एसपी अंकुर अग्रवाल ने कहा कि नोटिस जारी करने में चूक हुई है। इसे ठीक कराया जाएगा।
मुख्य आरोपित की पत्नी ने दिया था प्रार्थना पत्र
सिकटिया कांड के मुख्य आरोपित कमला यादव की पत्नी सरस्वती देवी ने घटना की निष्पक्ष जांच के लिए सीओ को प्रार्थना पत्र दिया था। इस पर क्षेत्राधिकारी ने नोटिस जारी करते हुए आवेदिका सरस्वती देवी सहित विशाल पासवान, अजय पासवान, विक्की पासवान समेत एक दर्जन लोगों को दो दिन के भीतर कार्यालय में उपस्थित होकर बयान दर्ज कराने को कहा है।
सीओ की कार्यप्रणाली पर बिफर पड़ी थी विधायक
सिकटिया कांड के बाद मुगलसराय विधायक साधना सिंह सीओ की कार्यप्रणाली पर बिफर पड़ी थीं। घटना के लिए पुलिस की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया था। उनका कहना रहा कि पहले से विवाद चल रहा था, सीओ व एसओ को इसकी जानकारी दी गई थी। यदि पुलिस पहले ही मामले को गंभीरता से लेती, तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती।
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