चंदौली : धान के कटोरे में जैविक खेती को मिलेगा बढ़ावा, बांदा में तीन दिवसीय प्रशिक्षण को किसान हुए रवाना
चंदौली। धान के कटोरे में जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। इसके लिए कृषि विभाग ने पहल की है। इसी क्रम में जिले के किसानों का प्रतिनिधिमंडल तीन दिवसीय प्रशिक्षण के लिए बांदा रवाना हुआ। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में वाहन को हरी झंडी दिखाई। साथ ही जैविक खेती के महत्व पर भी चर्चा की।
कृषि प्रधान जनपद में अधिक उत्पादन के लालच में किसान रासायनिक खाद का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे मिट्टी में जीवांश कार्बन की मात्रा दिनोंदिन घटती जा रही है। वहीं मिट्टी की ऊपरी सतह सख्त और कठोर होती जा रही है। ऐसे में जैविक पद्धति ही एक मात्र सहारा है। जिले के किसानों का प्रतिनिधिमंडल बांदा स्थित ह्यूमन एग्रेरियन सेंटर में आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण में भाग लेगा। यहां कृषि विशेषज्ञ उन्हें जैविक खेती का तरीका बताएंगे। साथ ही कचरे व गोबर से खाद तैयार करने की विधि भी बताई जाएगी।
डीएम ने कहा जैविक खेती वर्तमान समय की जरूरत है। किसान रासायनिक खाद की बजाए जैविक खाद का इस्तेमाल करें। इससे अच्छा उत्पादन मिलेगा। वहीं कृषि लागत घटने से उन्हें अधिक लाभ भी होगा। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों को जैविक खेती के बारे में जागरूक करें। किसानों के यहां बर्मी कंपोस्ट यूनिट बनवाए जाएं।
अपर जिलाधिकारी उमेश कुमार मिश्र, उद्यान अधिकारी अलका श्रीवास्तव, कृषि अधिकारी बसंत दुबे, एलडीएम शंकर सामंत, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डाक्टर एसपी सिंह उपस्थित रहे।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।