चंदौली : आश्रितों को मुआवजा दिलाने में लापरवाही पड़ी भारी, डीएम ने दो कानूनगो समेत चार लेखपाल को किया सस्पेंड
चंदौली। दैवीय आपदा में मौतों के बाद आश्रितों को मुआवजा दिलाने में लापरवाही कानूनगो और लेखपालों को भारी पड़ी। संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायत आने पर जिलाधिकारी संजीव सिंह ने दो लेखपाल व दो कानूनगो के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है। इससे राजस्व कर्मियों में खलबली मची है। डीएम ने दैवीय आपदा में 24 घंटे के अंदर आश्रितों को मुआवजा दिलाने व मामलों के त्वरित निस्तारण की हिदायत दी।
बता दें कि सदर तहसील के सिकरी गांव में सत्यनारायण प्रजापति की सर्पदंश से मौत हो गई थी। राजस्व विभाग की ओर से रिपोर्ट भी लगाई गई थी, लेकिन अभी तक मुआवजा नहीं मिला। इस पर लेखपाल प्रदीप गुप्ता व कानूनगो सर्वानंद पांडेय को निलंबित कर दिया।
इसी तरह रामगढ़ निवासी बब्बन की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई थी। आश्रितों को आर्थिक सहायता दिलाने में सुस्ती पर लेखपाल विनीत सिंह, व कानूनगो पंकज सिंह को निलंबित किया गया। धूरिकोट गांव के पंचायत भवन व खलिहान की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने में सुस्ती पर लेखपाल रवि प्रकाश श्रीवास्तव के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की।
नेगुरा में जुलाई 2020 में चकरोड निर्माण न कराकर धनराशि खाते से निकाल लेने की शिकायत पर डीएम ने जांच का निर्देश दिया। अनियमितता मिलने पर सचिव व तकनीकी सहायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के साथ उनसे धनराशि की रिकवरी होगी।
डीएम ने लंबित मामलों की समीक्षा की। इसमें पूर्व रजिस्ट्रार कानूनगो मूसे मोहम्मद जानी के कई प्रकरण लंबित पाए गए। इस पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की। इसी तरह तालाब की जमीन को संक्रमणीय दिखाकर पट्टा करने पर कानूनगो सर्वानंद पांडेय के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के निर्देश दिए।
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