चंदौली : फोर्टिफाइड राइस की बढ़ी डिमांड, मिलरों को दिया गया प्रशिक्षण 

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चंदौली। कुपोषण की बीमारी से निजात दिलाने में कारगर फोर्टिफाइड राइस की डिमांड इनदिनों बढ़ गई है। ऐसे में मिलरों को उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। दिल्ली से आई टीम ने बुधवार को मुख्यालय स्थित नवीन कृषि मंडी में मिलरों को विस्तार से जानकारी दी। 

वर्ल्ड फूड प्रोग्राम की प्रतिनिधि मिल्ली असरानी ने राइस मिलरों को फोर्टिफाइड राइस के लिए मशीन लगाने और अब तक के अभियान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि फोर्टिफाइड चावल में फोलिक एसिड व आयरन की मात्रा मौजूद है। इसके सेवन से शरीर में खून की कमी व कमजोरी आदि की समस्या दूर हो जाती है। इसी उद्देश्य से सरकार गरीबों में फोर्टिफाइड राइस का वितरण करा रही है। 

जिले की 42 राइस मिलों में चावल तैयार किया जा रहा। डिमांड को देखते हुए उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है। इसलिए अन्य राइस मिलर भी फोर्टिफाइड चावल उत्पादन में सहभागिता निभाएं। फिलहाल चंदौली के सभी और वाराणसी के सेवापुरी ब्लाक में फोर्टिफाइड चावल लाभार्थियों में वितरित किया जा रहा है। दरअसल, फोर्टिफाइड चावल को सामान्य चावल के साथ मिलाया जाता है। 

सामान्य चावल के 100 दानों में एक फोर्टिफाइड चावल का दाना मिला दिया जाता है। बने-बनाए दाने बाहर से आयात किए जाते हैं। राइस मिलों में लगी मशीनें सामान्य चावल में इसका मिश्रण करती हैं। इसके बाद बोरा में पैक कर एफसीआइ गोदाम भेजा जाता है। प्रशिक्षण के दौरान डिप्टी आरएमओ अनूप कुमार श्रीवास्तव व अन्य मौजूद रहे।

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