बड़ी खबर : चंदौली पुलिस ने खून के तस्कर को किया गिरफ्तार, IMA वाराणसी से 2000 रुपये में खरीदा था ब्लड
चंदौली। सदर कोतवाली पुलिस ने मंगलवार की रात मुख्यालय स्थित बबुरी मोड़ के पास ब्लड तस्कर को पकड़ा। तलाशी लेने पर तीन पैकेट में 600 ग्राम ब्लड बरामद किया गया। बाइक पर पीछे बैठा दूसरा व्यक्ति अंधेरे में चकमा देकर फरार हो गया। तस्करों ने वाराणसी के लहुराबीर स्थित ब्लड बैंक से खून खरीदा था। बिहार प्रांत के मोहनियां व गाजीपुर के दिलदारनगर स्थित नर्सिंग होम में बेचने की साजिश थी।
पुलिस ने थाने ले आकर कड़ाई से पूछताछ की तो तस्करी के रैकेट के बारे में पता चला। पकडे गए तस्कर ने बताया कि वाराणसी के लहुराबीर स्थित आइएमए के ब्लड बैंक में काम करने वाले आनंद सिंह से दो-दो हजार रुपये यूनिट के हिसाब से ब्लड खरीदा था।
कोतवाल अशोक मिश्रा ने बताया कि कोतवाली पुलिस मंगलवार की देर रात बबुरी मोड़ के पास चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक बाइक पर सवार होकर दो लोग पहुंचे। पुलिस को देखा तो बाइक घुमाकर भागने का प्रयास करने लगे। हालांकि पुलिसकर्मियों ने घेरकर बाइक चला रहे युवक को पकड़ लिया। पीछा बैठा व्यक्ति फरार हो गया। गिरफ्तार ब्लड तस्कर की पहचान हथियानी गांव निवासी पंकज तिवारी के रूप में हुई है। उसके पास से तीन पैकेट में A प्लस व O प्लस ग्रुप का 600 ग्राम ब्लड बरामद किया गया।
तस्कर ने बताया कि उसने और उसके फरार साथी ने बिहार प्रांत के मोहनियां स्थित लक्ष्मी नर्सिंग होम और गाजीपुर के दिलदारनगर में निजी अस्पताल में चार-चार हजार रुपये में बेचने के लिए सौदा किया था। अस्पताल वाले मरीजों को एक यूनिट ब्लड चढ़ाने के लिए 10-10 हजार रुपये वसूलते हैं।
जिले में ब्लड तस्करी का यह कोई पहला मामला नहीं है। जुलाई 2020 में तीन ब्लड तस्कर पकड़े गए थे। मुख्यालय स्थित एक निजी अस्पताल से उनके कनेक्शन होने की वजह से अस्पताल भी चार माह के लिए सील रहा। फरार आरोपित की पहचान हथियानी निवासी भोला के रूप में हुई है। मामले की छानबीन के साथ ही दूसरे आरोपित की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस टीम में मनोज पांडेय, कांस्टेबल राहुल यादव, अनिल यादव शामिल रहे।
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