धान बेचने को भटक रहे किसान, ट्रैक्टर पर अनाज लादकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, आरोप लगाया, अफसर नहीं उठाते फोन
चंदौली। फरवरी के अंत के साथ धान खरीद प्रक्रिया बंद हो जाएगी, हालांकि अभी तक कई किसान अपनी उपज नहीं बेच सके हैं। इससे परेशान किसान शुक्रवार को ट्रैक्टर-ट्राली पर धान लादकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। इससे प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई। डिप्टी आएमओ अनूप कुमार श्रीवास्तव किसानों को समझाने पहुंचे। उन्होंने ८० किलोमीटर दूर नौगढ़ स्थित क्रय केंद्र पर धान बिकवाने का भरोसा दिलाया। इससे किसान और आक्रोशित हो गए। आरोप लगाया कि जरुरत पड़़ने पर अफसर फोन नहीं उठाते हैं। इससे काफी परेशानी होती है।
जिले में अभी भी काफी संख्या में किसानों की उपज नहीं बिक सकी है। एक पखवारे में खरीद बंद हो जाएगी। ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ गई है। अन्नदाता अपनी उपज बेचने के लिए क्रय केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं। ग्रामीण इलाके के कई केंद्र बंद भी कर दिए गए हैं। इससे परेशानी बढ़ गई है। धान बेचने के लिए परेशान किसान शुक्रवार को ट्रैक्टर-ट्राली पर धान लादकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया। किसानों के आने की खबर मिलते ही प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई। डिप्टी आऱएमओ भागकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों की उपज बिकवाने का भरोसा दिलाया, लेकिन नौगढ़ स्थित क्रय केंद्र पर अनाज बेचने के लिए ले जाने की बात सुनकर किसान और भड़क गए। उन्होंने ड़िप्टी आएमओ की एक न सुनी। ऐसे में उन्हें बैरंग लौटना पड़ा। भारतीय किसान यूनियन(अराजनैतिक) के मंडल प्रवक्ता मणिदेव चतुर्वेदी ने कहा कि किसान अपनी उपज बेचने को परेशान हैं। इसके लिए पिछले दिनों डिप्टी आरएमओ कार्यालय पर भी किसानों ने अफसरों से वार्ता करने का प्रयास किया। लेकिन किसानों की सुनने के लिए डिप्टी आरएमओ शाम तक कार्यालय नहीं पहुंचे। अधिकारी जरूरत के वक्त फोन तक नहीं उठाते हैं। ऐसे में किसान किससे अपनी परेशानी बताएं। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के मंडल अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप तिवारी, जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान आदि मौजूद रहे।
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