डीएम के निरीक्षण में डीपीआरओ दफ्तर में मिली तमाम कमियां, कई साल से अपडेट नहीं थे अभिलेख, जांच लंबित
चंदौली। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने गुरुवार को जिला पंचायत राज अधिकारी दफ्तर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान दो कर्मचारी अनुपस्थित मिले। वहीं अभिलेख अधूरे मिले। सर्विस व जीपीएफ बुक कई साल से अपडेट नहीं थी। आइजीआरएस पोर्टल की शिकायतों का निस्तारण व ग्राम पंचायतों की जांच भी लंबित मिली। इस पर डीएम ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने डीपीआरओ को फटकार लगाने के साथ ही अभिलेखों को अपडेट करने व गायब कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए।
डीएम संजीव सिंह बुधवार दोपहर में डीपीआरओ दफ्तर पहुंचे। इस दौरान भविष्य निधि पासबुक, वसूली जांच रजिस्टर, निलंबित कर्मचारियों की सूची समेत अन्य अभिलेखों का अवलोकन किया। अधिकारियों-कर्मचारियों की सर्विस व जीपीएफ पासबुक पिछले कई साल से अपडेट ही नहीं की गई थी। आइजीआरएस पोर्टल की कई शिकायतें भी लंबित थी।
डीएम ने आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत करने वाले क्षेत्र के जमुनीपुर गांव निवासी उर्मिला देवी, पंचदेवरा के नंदकिशोर सिंह व अवधेश कुमार यादव से फोन पर बात कर समस्या जानी। उन्होंने शीघ्र शिकायतों के निस्तारण का निर्देश दिया।
ग्राम पंचायतों की जांच लंबित होने पर भी डीएम खफा दिखे। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी ब्रह्मचारी दुबे को निर्देशित किया कि अभिलेखों को तत्काल पूर्ण कराएं। आइजीआरएस पोर्टल की शिकायतों का निस्तारण जल्द किया जाए।
ग्राम पंचायतों की लंबित जांच तत्काल पूरी कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। ताकि आरोपित ग्राम प्रधान, सचिव व अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। डीएम के अचानक दफ्तर में धमकने से कर्मियों में खलबची मची रही।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।