मांगों को लेकर चौकीदार आंदोलित, मुख्यालय पर दिया धरना, बोले, महज 83 रुपये दैनिक मानदेय पर कैसे चलेगा परिवार
चंदौली। मानदेय बढ़ाने समेत अन्य मांगों को लेकर चौकीदारों ने बुधवार को मुख्यालय स्थित बिछियां धरनास्थल पर धरना दिया। इस दौरान शासन-प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। इसके बाद जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। मुख्यमंत्री के नाम संबोधित पत्रक अधिकारी को सौंपकर अपनी मांगे बताईं। चेताया कि यदि मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आंदोलन के लिए विवश होंगे।
चौकीदारों ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत के समय से चौकीदार गांवों में सुरक्षा में तैनात हैं। पुलिस की आंख व कान के रूप में काम कर रहे हैं। आजादी के बाद कुछ दिनों तक चौकीदार व पुलिसकर्मियों के मानदेय में बहुत मामूली अंतर था। वर्तमान समय में जमीन-आसमान का अंतर है। पुलिसकर्मियों को अच्छी तनख्वाह मिलती है तो चौकीदारों को महज 83 रुपये दैनिक मानदेय मिलता है। इतनी कम धनराशि में महंगाई के इस दौर में परिवार का खर्च चलाना संभव नहीं। कहा कि पुलिस विभाग की रुलिंग में चौकीदारों को ग्राम पुलिस कहा गया है और वेतन देने की बात कही गई है। हालांकि इसका पालन नहीं किया जाता है। वर्तमान में भ्रष्टाचारियों व अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। अपराधी ग्राम पंचायतों क्षेत्रों में पलते हैं। सरकारी अफसर बाहर से आते हैं, उन्हें स्थानीय स्तर पर कुछ भी पता नहीं चलता है। चौकीदारों की त्योहार और चुनाव संपन्न कराने में हमारी अहम भूमिका रहती है। अफसरों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से सूचनाएं देते है। लेकिन हमें मात्र 83 रुपए में 24 घंटे ड्यूटी करनी पड़ती है। इतने पैसों में माता-पिता की सेवा, लड़की की शादी और बच्चों का पालन पोषण करना असंभव है। गुड्डू पासवान, अभिमन्यु पासवान, अभिमन्यु, प्रेम पासवान, नंदन पासवान आदि रहे।
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