एएसपी से मिले लाकरधारक, चेताया, बैंक ने कानूनी प्रक्रिया व मुआवजा दिलाने में सहयोग नहीं किया तो करेंगे आमरण अनशन
चंदौली। इंडियन बैंक के लाकरधारकों का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को एएसपी चिरंजीवी मुखर्जी से मिला। इस दौरान कानपुर सेंट्रल बैंक की शाखा की ओर से 11 लाकरधारकों को 24 दिन के भीतर 2 करोड़ 64 लाख का भुगतान किए जाने के साक्ष्य सौंपते हुए इंडियन बैंक पर दवाब बनाकर ठीक उसी तरह की प्रक्रिया अपनाने की मांग की। चेताया कि यदि बैंक प्रशासन ने कानूनी लड़ाई और मुआवजा दिलाने में सहयोग नहीं किया तो मई से आमरण अनशन शुरू किया जाएगा।
एएसपी ने कोतवाल को दिया आदेश
एएसपी ने लाकरधारकों की बात सुनी। वहीं सदर कोतवाल को निर्देशित किया कि कानपुर सेंट्रल बैंक की प्रक्रिया का संज्ञान लेते हुए इंडियन बैंक प्रबंधन को वहां के भुगतान प्रक्रिया को समझाने का कार्य करें। उन्होंने कानपुर की सेंट्रल बैंक शाखा से समन्वय बनाकर वहां से कागजात मंगवाने की बात कही। मुआवजे के भुगतान की प्रक्रिया को जाना समझा जा सके और पीड़ितों को मुआवजा दिलाने में मदद की जा सके।
तालाबंदी के बाद दिया पेपर
30-31 जनवरी 2022 की रात में इंडियन बैंक 40 लाकरों को काटकर खाताधारकों के करोड़ों रुपए के जेवरात और गहने गायब हो गए थे। इस मामले में पुलिस की चार्जशीट में बैंक की लापरवाही सामने आई है और बैंक ने अभी तक ना तो मुआवजे का भुगतान किया है और ना ही कानूनी प्रक्रिया में सहयोग कर रहा है। बैंक के इंश्योरेंस पेपर लेने के लिए 10 दिन की दौड़ भाग के बाद लाकरधारकों ने बैंक में तालाबंदी की। इसके बाद बैंक दबाव में आया और अधिवक्ता को कागजात दिए। मुलाकात करने वालों में विजय तिवारी, आरके सिंह, दिनेश सिंह, रेखा सिंह, रामेश्वर सिंह, सुदर्शन सिंह समेत कई लाकरधारक शामिल रहे।
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