अवैध टिकट चलने वाले मुसाफिरों पर खूब चला रेलवे का डंडा, टिकट चेकिंग से हुई रिकार्ड आय
पीडीडीयूनगर (चंदौली)। बेटिकट यात्रा करने वालों पर इस साल रेलवे का डंडा खूब चला। इससे न सिर्फ बगैर टिकट यात्रा करने की प्रवृत्ति पर काफी हद तक लगाम लगी, बल्कि रेलवे को रिकार्ड आय भी हुई। रेलवे ने 32.04 लाख बिना टिकट यात्रियों को पकड़ा। वहीं 182.84 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया।
पिछले साल अप्रैल-मई में लाकडाउन समाप्ति के उपरांत ट्रेनों का आवागमन सामान्य हुआ। ट्रेनों की संख्या में बढ़ोत्तरी की गयी। साथ ही कुछ ट्रेनों में माह अक्टूबर से अनारक्षित टिकटों की सुविधा भी प्रदान की गयी। दशहरा व छठ पर्व के समाप्त होने के उपरांत यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई। बिना टिकट यात्रा करने वालों के विरूद्ध सख्ती भी बढ़ाई गयी। विशेष टिकट जांच अभियान पांचों मंडलों के महत्वपूर्ण स्टेशनों एवं ट्रेनों में चलाया गया। इसमें वाणिज्य विभाग के साथ-साथ सभी विभाग के अधिकारियों एवं रेलवे सुरक्षा बल ने सक्रिय योगदान दिए। रेलवे ने 32.04 लाख बिना टिकट यात्री पकड़े। इसमें 182.84 करोड़ रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई। यह निर्धारित लक्ष्य की तुलना में 35 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष 2019-20 की तुलना में 51 प्रतिशत अधिक है। दानापुर मंडल ने 56.70 करोड़, पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल ने 21.89 करोड़, धनबाद मंडल ने 18.83 करोड़, सोनपुर मंडल ने 35.29 करोड़ व समस्तीपुर मंडल ने 50.12 करोड़ का रेल राजस्व कमाया। पांचों मंडलों में दानापुर मंडल ने टिकट चेकिंग से सर्वाधिक रेल राजस्व प्राप्त किया। इसमें पटना जं. पर कार्यरत टिकट चेकिंग स्क्वायड-04 के टिकट परीक्षक शशि कुमार का अहम योगदान रहा।
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