निशा को न्याय दिलाने के लिए राजनीतिक दलों ने निकाला मार्च, 50 घंटे के लिए बढ़ाई भूख हड़ताल, शासन-प्रशासन पर लगाया संवेदनहीनता का आरोप
चंदौली। सैयदराजा थाना के मनराजपुर में पुलिस रेड के दौरान कन्हैया यादव की पुत्री निशा यादव की मौत की घटना की निष्पक्ष जांच व पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग को लेकर भाकपा माले, इंकलाबी नौजवान सभा, भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक), भीम आर्मी समेत अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं का आंदोलन सोमवार को भी जारी रहा। सपा कार्यकर्ताओं ने आंदोलन को अपना समर्थन दिया। मुख्यालय पर न्याय मार्च निकाला। वहीं भूख हड़ताल को 50 घंटे बढ़ाने की घोषणा की। इसको लेकर शासन-प्रशासन पर संवेदनहीनता का आरोप लगाया। चेताया कि जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलेगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
भाकपा (माले) राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि निशा यादव को न्याय दिलाने की लड़ाई अब तेज हो रही है। निशा के हत्यारों को जेल नहीं भेजा गया तो यह लड़ाई पूरे प्रदेश में लड़ी जाएगी। भूख हड़ताल पर बैठे भारतीय किसान यूनियन (अ) के मंडल प्रवक्ता मणिदेव चतुर्वेदी ने कहा कि निशा को न्याय दिलाने के लिए चल रहे आंदोलन को समाजवादी पार्टी से लेकर तमाम सारे संगठनों का जो समर्थन मिला है वह इस बात को साबित करता है कि पूरे जिले में न्याय की लड़ाई तेज हो रही है। सपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर ने कहा कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए जो लड़ाई शुरू हुई है, उसे अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। शासन-प्रशासन घटना की न्यायिक अथवा सीबीआई से जांच कराए। इंकलाबी नौजवान सभा राज्य सचिव सुनील मौर्य ने कहा कि चंदौली से शुरू हुई न्याय की यह लड़ाई पूरे प्रदेश में बुल्डोजर राज को खत्म करने के लिए है। घटना के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए। वक्ताओं ने मृतका के पिता कन्हैया यादव के ऊपर की गई गुंडा एक्ट व जिला बदर की कार्रवाई वापस लेने की मांग की। कहा कि पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवजा, परिवार में एक व्यक्ति को नौकरी, परिवार की सुरक्षा की मांग को तत्काल पूरा किया जाएगा।
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