ओबीडी सेंसर से गाडि़यों के लाक खोलकर करते थे गायब, पुलिस ने आटो लिफ्टर गैंग के पांच सदस्यों को पकड़ा, तीन वाहन, तमंचा व डिवाइस बरामद
चंदौली। क्राइम ब्रांच व पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पड़ाव के करवत इलाके से आटो लिफ्टर गैंग के पांच शातिर चोरों को पकड़ा। चोर एलएन-की व ओबीडी सेंसर से गाड़ियों के लाक खोलकर चुरा लेते थे। उनके पास से चोरी के तीन वाहन, तीन तमंचा, कारतूस, डिवाइस व मोबाइल बरामद की गई। पुलिस ने पूछताछ के बाद उनका चालान कर दिया।
एसपी अंकुर अग्रवाल ने सोमवार को पुलिस लाइन में गिरफ्तारी व बरामदगी के बारे में जानकारी दी। बताया कि शातिर चोरों ने अप्रैल में पीडीडीयू नगर के रवि नगर इलाके में खड़ी स्कार्पियो चोरी की थी। इसकी सूचना के बाद पुलिस हरकत में आ गई थी। स्वाट टीम, सर्विलांस और मुगलसराय पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में शातिर चोरों को पकड़ा। गिरोह विभिन्न स्थानों से एलएन की और ओबीडी सेंसर मशीन के जरिए चार पहिया वाहन का लाक तोड़कर उसे चोरी करता था। एलएन की के जरिए वाहनों का लाक आसानी से खुल जाता है।
चोरी की गाड़ियों को कम दाम में बेचकर पैसा आपस में बांट लेते थे। गिरोह जिस गाड़ी को चुराता था, उसके आगे व पीछे अन्य वाहनों से खुद भी चलते हैं। सुरक्षा के लिए तमंचा साथ रखते हैं। सीसी टीवी कैमरे से बचने के लिए वाहनों का नंबर प्लेट हटाकर रखते थे। फरवरी माह में जैन मंदिर ओबरा और 27 अप्रैल को रवि नगर इलाके से स्कार्पियो उड़ा दी। पुलिस से बचने के लिए चोरी के वाहन पर फर्जी नंबर प्लेट लगा दिया था। एसपी ने बताया कि वाहन चोरों के खिलाफ गैंगेस्टर के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पुलिस टीम को 25 हजार रुपये इनाम की घोषणा की गई है। शातिर चोरों की पहचान झारखंड के ललिया पहाड़ निवासी इद्दू अंसारी, पलामू के मंझौली के सूर्यदूर यादव, गड़वां के दीपक उराव, मोख्तार अंसारी, बिहार प्रांत के रोहतास निवासी अशरफ अली के रूप में हुई। चोरी गया वाहन मिलने से गदगद मालिक ने एसपी व पुलिस टीम को सम्मानित किया। पुलिस और सर्विलांस टीम में शैलेंद्र प्रताप सिंह, आनंद कुमार, अमित यादव, घनश्याम वर्मा, महमूद आलम आदि रहे।
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