यूक्रेन से सकुशल लौटे चंदौली के आदर्श, तीन दिन बार्डर पर व दो दिन रोमानियां में शऱणार्थी शिविर में काटने पड़े
चंदौली। रूस के हमले के बाद यूक्रेन में फंसे चंदौली के सर्वेश्वरी नगर कालोनी निवासी आदर्श पांडेय शनिवार की भोर में सकुशल घर पहुंच गए। उन्होंने यूक्रेन में हालात बयां किए। वहीं यूक्रेन में फंसे भारतवंशियों की सकुशल घऱवापसी कराने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार को धन्यवाद दिया।
आदर्श यूक्रेन के टर्नोपिल शहर स्थित मेडिकल कालेज में एमबीबीएस दूसरे वर्ष की पढ़ाई करते हैं। उन्होंने बताया कि रूस की सेना ने 24 फरवरी की रात यूक्रेन पर हमला किया था। इसके बाद यूक्रेन की सेना अलर्ट हो गई। सेना का आपातकालीन सायरन बजने के बाद कालेज के हास्टल से तत्काल बंकर में चले गए। कालेज प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए छात्रों को तत्काल वहां से निकालने की व्यवस्था की। आदर्श समेत 20 छात्रों का समूह किराए पर निजी वाहन लेकर 25 फरवरी को रोमानिया बार्डर पहुंच गया। बार्डर पर 25 से 28 फरवरी तक रुककर रोमानिया में घुसने के लिए इंतजार करना पड़ा। युद्ध के हालात के बीच बार्डर पर हमेशा खतरा बना रहता था। वहीं रात के वक्त माइनस पांच डिग्री तापमान भी घातक था। किसी तरह एक मार्च को रोमानियां की सीमा में घुसने का मौका मिला। रोमानिया सरकार ने भी भारतियों की मदद की। दो दिन तक यहां शेल्टर हाउस में गुजारने पड़े। खाने-पीने व रहने की व्यवस्था थी। तीन मार्च को रोमानिया के बुकारेस्ट से दिल्ली की फ्लाइट मिली। चार मार्च की सुबह साढ़े तीन बजे दिल्ली पहुंचे। हवाई अड्डे से यूपी भवन लाया गया। यहां से इनोवा कार से छात्रों को उनके घर भेजा गया। आदर्श पांच मार्च की भोर में चंदौली के सर्वेश्वरी नगर कालोनी स्थित घर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे अपने लोगों की पूरी मदद की। रोमानिया से दिल्ली और दिल्ली से घर तक आने का कोई किराया नहीं लिया गया। वहीं जिन लोगों ने पहले से फ्लाइट की टिकट कराई थी, उनका पैसा लौटाया जा रहा है।
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