स्कूलों में छात्र-छात्राओं की बायोमेट्रिक से लगेगी हाजिरी तभी मिलेगी छात्रवृत्ति, 15 दिनों के अंदर उपकरण खरीद लें प्रधानाचार्य
चंदौली। स्कूलों में बायोमेट्रिक के जरिए छात्र-छात्राओं की हाजिरी लगेगी तभी उन्हें दशमोत्तर छात्रवृत्ति मिलेगी। शासन ने 15 दिनों के अंदर सभी विद्यालयों में इसकी व्यवस्था करने के निर्देश दिया है। जिला समाज कल्याण अधिकारी नागेंद्र कुमार मौर्य ने इसको लेकर प्रधानाचार्यों को सूचित किया है। आधार बेस आनलाइन डेटा न होने पर छात्र छात्रवृत्ति से वंचित हो जाएंगे।
हर साल हजारों छात्र छात्रवृत्ति के लिए आनलाइन आवेदन करते हैं। शासन स्तर से उनके खाते में छात्रवृत्ति का पैसा भेजा जाता है। प्रक्रिया की पारदर्शिता बरकरार रखने के लिए शासन ने बायोमेट्रिक के जरिए विद्यार्थियों की उपस्थिति लगवाने का निर्देश दिया है। छात्रवृत्ति के लिए आधार बेस डेटा के साथ आनलाइन आवेदन करना होगा। शासन के मानक के अनुरूप जिन छात्रों का बायोमेट्रिक उपस्थिति का डेटा उपलब्ध नहीं होगा, उन्हें छात्रवृत्ति के लाभ से वंचित होना पड़ सकता है। ऐसे में समाज कल्याण विभाग ने सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व प्रबंधकों को निर्देशित किया है। ताकि कोई भी विद्यार्थी छात्रवृत्ति के लाभ से वंचित न रहने पाए।
अधिकांश स्कूलों में नहीं है व्यवस्था
जिले के अधिकांश राजकीय, शासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में बायोमेट्रिक से छात्र-छात्राओं की उपस्थिति की व्यवस्था नहीं है। स्कूलों में सिर्फ अध्यापकों की हाजिरी बायोमेट्रिक से लगती है। समस्त विद्यालय प्रबंधन को पंद्रह दिनों के अंदर उपकरण खरीदने होंगे।
स्कूल न जाने वाले भी पा जाते हैं छात्रवृत्ति
दरअसल, स्कूलों में छात्रवृत्ति आवेदन में काफी झोल रहता है। कई छात्र ऐसे होते हैं, जिनका सिर्फ विद्यालयों में नामांकन होता है। वे स्कूलों से गायब ही रहते हैं। इसे रोकने के लिए शासन ने प्रणाली में बदलाव किया है। अब सिर्फ नियमित स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों को ही दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना का लाभ मिलेगा।
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