चंदौली में छह साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा हत्याकांड का आरोपी, 50 हजार का है इनामी
चंदौली। सकलडीहा थाना के अमावल गांव में 2016 में गोली मारकर महेश सिंह की हत्याकांड का पुलिस ने छह साल बाद खुलासा किया। हत्याकांड के आरोपी व 50 हजार के इनामी अपराधी मच्छेंदर उर्फ संतोष भारती को बुधवार की रात गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 315 बोर का तमंचा, बाइक और चोरी के रुपये बरामद हुए। शातिर अपराधी के खिलाफ सकलडीहा के साथ ही मिर्जापुर जिले के विभिन्न थानों में आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। एसपी अंकुर अग्रवाल ने पुलिस टीम को 10 हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।
एसपी ने बताया कि 28 अक्तूबर 2016 को अमावल निवासी महेश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में संतोष भारती वांछित था। पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह धरहरा गांव में अपने रिश्तेदार के यहां रहता था। अमावल निवासी रामहरख सिंह के पुत्र महेश सिंह भी धरहरा रहते थे। संतोष भारती ने महेश सिंह को जमीन के बदले 60 हजार रुपये दिए थे। महेश ने न तो जमीन दी और नही पैसे वापस कर रहे थे। पैसे मांगने पर डांटकर भगा देते थे। ऐसे में महेश की हत्या की साजिश रची। एक दिन मौका देखकर महेश को गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद अपराधियों के संपर्क में आकर छोटे-मोटे अपराध करने लगा। 24 मई को टिमिलपुर में एक व्यक्ति के घर में घुसकर जेवरात और पैसे चुराए। भागते समय आभूषण कहीं गिर गए। उसके ऊपर 50 हजार इनाम घोषित किया गया था। एसपी ने बताया कि सकलडीहा कोतवाल को सूचना मिली कि शातिर अपराधी धरहरा आने वाला है। इस पर पुलिस ने धरहरा मड़ई तिराहे के समीप घेरेबंदी कर ली। इसी बीच शातिर अपराधी बाइक से आता दिखा। पुलिस ने लाइट की रोशनी से रुकने का इशारा किया तो उसने बाइक की रफ्तार बढ़ा दी और भागने की कोशिश करने लगा। कुछ दूरी पर जाकर बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। अपराधी बाइक छोड़कर खेतों की ओर भागा। वहीं पुलिस टीम पर तमंचे से फायर भी कर दिया। हालांकि पुलिसकर्मियों ने खुद को बचाते हुए उसे धर-दबोचा। पुलिस टीम में कोतवाल विनोद मिश्रा, उपनिरीक्षक भैरवनाथ, दिनेश कुमार, राहुल तिवारी, सत्येंद्र कुमार शामिल रहे।
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