चंदौली में बनेंगे 80 अमृत सरोवर, होगा पौधारोपण, लगेंगी लाइटें व बनेगा रैंप, भूजल स्तर सुधारने की कवायद
चंदौली। अंधाधुंध दोहन व पानी की बर्बादी से भूजल स्तर दिनोंदिन गिरता जा रहा है। इसको लेकर शासन-प्रशासन गंभीर हो गया है। जिले में 80 अमृत सरोवरों का निर्माण कराया जाएगा। मनरेगा के जरिए तालाबों की खोदाई कराई जाएगी। वहीं किनारों पर लाइटें लगेंगी। रैंप बनेगा और पौधारोपण कराया जाएगा। बरहनी ब्लाक के बगहीं कुंभापुर में तालाब की खोदाई से अभियान का शुभारंभ भी हो चुका है। पहल से भूजल स्तर सुधरेगा। वहीं गर्मी के दिनों में पशु-पक्षियों को अपनी प्यास बुझाने के लिए भटकना नहीं होगा।
तालाबों के किनारें होंगी समस्त सुविधाएं
अमृत सरोवर तालाबों की खोदाई कराकर जलसंचय किया जाएगा। उनके किनारे गड्ढे खोदे जाएंगे। मानसून सीजन में इन गड्ढों में छायादार वृक्षों के पौधे रोपित किए जाएंगे। तालाबों के चारों तरफ पक्का सीढ़ियां, घाट, रैंप, पार्थवे, इन लेट-आउट, बेंच, लाइट लगेंगी। इसके अलावा ध्वजारोहण स्थल, शौचालय व सामुदायिक भवन भी बनेंगे। तालाबों के किनारे जागिंग ट्रैक भी बनवाए जाएंगे। ताकि लोगों को मार्निंग व इवनिंग वाक के लिए सड़क पर न जाना पड़े। इससे हादसे होते रहते हैं। पहल से न सिर्फ जलसंचय व पर्यावरण संरक्षण होगा, बल्कि इस तरह की अप्रिय घटनाओं पर भी विराम लगेगा।
तालाबों के संरक्षण पर जोर
जिलाधिकारी संजीव सिंह ने बताया कि शासन तालाबों को अतिक्रमणमुक्त कराने के लिए गंभीर है। जिन तालाबों पर अतिक्रमण है, उन्हें चिह्नित कर अतिक्रमणमुक्त कराया जाएगा। मनरेगा के तहत इनकी खोदाई कराई जाएगी। जिले में अब तक ऐसे 100 से अधिक तालाबों को चिह्नित किया गया है। इन तालाबों की जमीन पर गांव वालों का कब्जा है। वे इस पर खेती करते हैं। इससे इनकी भूमि समतल हो गई है। मनरेगा के जरिए सभी तालाबों की खोदाई कराकर जलसंचय किया जाएगा।
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