चिंतामणि गणेश मंदिर में हुआ श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का शुभारंभ
संवाददाता- मनोज मिश्रा
वाराणसी। स्वर्गीय महंत श्री चल्ला कृष्ण जी महाराज की स्मृति में सोमवार को सोनारपुरा स्थित श्री चिंतामणि गणेश मंदिर प्रांगण में संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ। इस दौरान पं. तुंग नाथ त्रिपाठी ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कलयुग में जीव के कष्ट का शमन का साधन श्रीमद् भागवत कथा है।
कलयुग में जीव के कष्ट का शमन का साधन श्रीमद् भागवत कथा है। इसके श्रवण से जीव का दुःख क्लेश पाप तत्काल नष्ट होता है और वह सुखी व ईश्वरीय गुणों से परिपूर्ण हो जाता है। ये विचार कथा मर्मज्ञ पं. तुंग नाथ त्रिपाठी के हैं।
उन्होंने ये विचार आज स्वर्गीय महंत श्री चल्ला कृष्ण जी महाराज की स्मृति में सोनारपुरा स्थित श्री चिंतामणि गणेश मंदिर प्रांगण में संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ के शुभारंभ पर व्यक्त किए।
वहीं व्यास जी ने कहा कि भागवत महापुराण केवल धर्म ग्रंथ नहीं है, अपितु भगवान का स्वरूप है जिनका दर्शन मात्र से जीव का कल्याण हो जाता है। प्रारंभ में पोथी को सिर पर चल्लाभिराम शास्त्री लेकर आए और व्यासपीठ पर विराजमान किया। इस अवसर पर मंदिर के महंतसुब्बाराव शास्त्री ने बताया की कथा प्रतिदिन दोपहर 2:00 बजे से सायं 6:00 बजे तक होगी। 21 मार्च को विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस अवसर पर काफी लोग उपस्थित थे।